जोन-4 वीर शिवाजी नगर जोन के सार्वजनिक मंच, सामुदायिक भवन, सामुदायिक सुलभ शौचालय में श्लोगन के साथ चित्र बनाई गई। इसी तरह से नेहरू नगर जोन के जुनवानी, मदर टेरेसा जोन कार्यालय के बाउंड्रीवाल में श्लोगन लिखकर लोगों को अपने घर के आसपास की सफाई और शौचालय का इस्तेमाल करने का संदेश देने का प्रयास किया गया। स्वच्छता सर्वेक्षण-२०१८ की रैकिंग में भिलाई निगम भी शामिल है।
रैकिंग में शामिल नगरीय निकायों को भारत सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए स्लोगन, वॉल पेटिंग्स, नुक्कड़ नाटक, रैली के माध्यम से लोगों को स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार-प्रसार करने कहा गया है। सूखा और गीला कचरे को अलग-अलग एकत्र, शौचालय का इस्तेमाल का संदेश लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश के तहत आयुक्त केएल चौहान ने सभी जोन आयुक्तों को शासकीय भवनों में स्वच्छता से संबंधित श्लोगन एवं संदेश प्रेरक पेंटिंग बनवाने के लिए कहा।
आयुक्त ने लिया सफाई का जायजा
आयुक्त केएल चौहान ने सुबह शहर की सफाई व्यवस्था और वाल पेटिंग्स का जायजा लिया। पेंटर को चित्र को पेटिंग्स को आकर्षक बनाने कहा। सफाई कामगारों को नाली की तलहटी तक फावड़ा चलाकर मलबा बाहर निकालने कहा। कचरे को तत्काल हाथ ठेले के माध्यम से प्राथमिक सेंटर में लेकर जाकर एकत्र करने कहा।
4 हजार अंकों के लिए होगी प्रतिस्पर्धा
सर्वेक्षण-२०१७ की तुलना में इस बार निगम प्रशासन को अधिक ४ हजार अंको के लिए मेहनत करना पड़ेगा। शहरी आवास एवं पर्यावरण मंत्रालय के ७१ बिन्दुओं पर खरा उतरना पड़ेगा। सफाई के अलावा अधिक लोगों की प्रतिक्रिया की आवश्यकता होगी। मंत्रालय ने फीडबैक के अंक में पिछले बार की तुलना में इस बार 10 प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी की गई है।
आयुक्त केएल चौहान ने सुबह शहर की सफाई व्यवस्था और वाल पेटिंग्स का जायजा लिया। पेंटर को चित्र को पेटिंग्स को आकर्षक बनाने कहा। सफाई कामगारों को नाली की तलहटी तक फावड़ा चलाकर मलबा बाहर निकालने कहा। कचरे को तत्काल हाथ ठेले के माध्यम से प्राथमिक सेंटर में लेकर जाकर एकत्र करने कहा।
4 हजार अंकों के लिए होगी प्रतिस्पर्धा
सर्वेक्षण-२०१७ की तुलना में इस बार निगम प्रशासन को अधिक ४ हजार अंको के लिए मेहनत करना पड़ेगा। शहरी आवास एवं पर्यावरण मंत्रालय के ७१ बिन्दुओं पर खरा उतरना पड़ेगा। सफाई के अलावा अधिक लोगों की प्रतिक्रिया की आवश्यकता होगी। मंत्रालय ने फीडबैक के अंक में पिछले बार की तुलना में इस बार 10 प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी की गई है।
अपना शहर 2017 की रैकिंग में अंबिकापुर से पीछे हो गया था। इस बार सर्वेक्षण में निगम के सामने ४ हजार अंक जुटाने की कड़ी चुनौती है। समय-सीमा के मुताबिक सड़क नाली की सफाई में खरा उतरना पड़ेगा। घरों से सूखा और गीला कचरे का अलग संग्रह और टें्रचिंग ग्राउंड के कचरे का सेग्रीगेशन की व्यवस्था करना पड़ेगा। अधिक से अधिक लोगों को स्वच्छता सर्वेक्षण की वोटिंग प्रक्रिया में शामिल करना पड़ेगा। नहीं करने पर ३५ फीसदी अंक काट दिए जाएंगे।