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ऐसे में वे परीक्षार्थी जो परीक्षा केंद्रों तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए पहुंचते, उनको काफी परेशानी हो जाती। केंद्रों तक पहुंचने वाहन ही नहीं मिलेंगे और न ही परीक्षा से जुड़े सामानों की खरीदारी हो पाएगी। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में असामाजिक तत्वों का भय भी परीक्षार्थियों को परेशान करता। इन तमाम दिक्कतों को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय ने टाइम-टेबल में संशोधन करने निर्णय लिया। विश्वविद्यालय ने नया टाइम-टेबल सार्वजनिक कर दिया है। कुलपति से मिले छात्र होली के अगले दिन परीक्षा को लेकर हिंदू युवा मंच की छात्र इकाई के समर्थित विद्यार्थियों ने गुरुवार को कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने मुलाकात कर टाइम-टेबल में संशोधन करने के लिए अपनी बात रखी। बताया कि संसाधनों की कमी के चलते इन तिथियों की परीक्षा के विद्यार्थी परेशान हो जाएंगे। दुर्ग संभाग के तमाम केंद्रों में से 63 फीसदी छात्र ग्रामीण क्षेत्रों से हैं, जिन्हें होली के अगले दिन केंद्र पहुंचने संसाधन उपलब्ध नहीं हो पाएगा। कुलपति ने टाइम-टेबल में बदलाव करने के निर्देश दे दिए। जिसके बाद शाम तक विश्वविद्यालय ने नया टाइम-टेबल जारी कर दिया। छात्र मंच के जिला संयोजक शिबू सोनी, नीरज देवांगन, कार्यक्रम प्रभारी रोशन राजपूत, प्रिंस तिवारी, यमन ठाकुर, निरंजन सिंह राजपूत, हर्ष पदमवार, पंकज चौधरी, करण पेदूमकर आदि मौजूद थे।
शुरुआती मार्च में परीक्षाएं परीक्षाओं की शुरुआत एक मार्च से होगी। यह पहली बार है जब विश्वविद्यालय ने मार्च शुरुआत से ही परीक्षाओं का आगाज कर दिया है। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए परीक्षा कार्य जल्दी समाप्त करने की कोशिश है। चुनाव कार्य में प्रोफेसरों की ड्यूटी से लेकर अन्य कार्यों में प्रशासन सेवा लेगा। ऐसे में विवि विश्वविद्यालय की परीक्षाएं प्रभावित न हो इसके लिए परीक्षा जल्दी शुरू करने व समाप्त करने की योजना बनाई गई।
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