करीब 7.30 बजे अचानक क्रुसीबल 2 में ब्लास्ट हो गया। इससे वहां काम कर रहे अर्जुन, योगेंद्र, बबलू व शहेंदर भागे। उसी समय पिघला हुआ गरम लोहा उबाल मारकर पेचिंग काम कर रहे बारीमेन जितेंद्र भुइयां के ऊपर चला गया। लोगों ने देखा कि जितेंद्र जिस अवस्था में बैठा था, उसी में जलकर उसकी मृत्यु हो गई थी।
पूरे मामले में हेल्थ एण्ड सेफ्टी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जांच करेंगे। तब साफ होगा कि मेंटेनेंस काम करवाने के दौरान सुरक्षित कार्य किया जा रहा था या नहीं। श्रमिक की मौत के वक्त किस तरह के हालात थे। आखिर श्रमिक के ऊपर पिघला हुआ लोहा कैसे आकर गिरा। ब्लास्ट होने की वजह क्या थी। श्रमिक का ईएसआई कार्ड बना था या नहीं। पीएफ काटा जा रहा था या नहीं। प्रबंधन ने पीड़ित परिवार को किस तरह से आर्थिक मदद की है, यह प्रशासन के जिम्मे है।