यह भी पढ़ें: Murder in CG: जीजा की हत्या कर सैफ्टिक टैंक में छिपा दी लाश, नाबालिग साले ने बेरहमी से मार डाला, इस बात से था नाराज पुलिस मृतक को आदतन बदमाश बता रही है। इधर थाना पहुंची महिलाओं ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि बेटी बचाओ कहने वाले कहां है। महिलाओं ने कहा मृतक की हरकतों से पूरा मोहल्ला परेशान था। महिलाओं ने बताया कि घर से निकलने तक में डर लगता था। कभी किसी को चाकू दिखाता, तो किसी को धमकी देता।
पुलिस ने घटना के संबंध में बताया कि सुरेंद्र विश्वकर्मा ने मोहल्ले के प्रमोद को रोककर शराब के लिए पैसा मांगा। प्रमोद पैसा लेकर आता हूं बोलकर चला गया। कुछ देर बाद दोस्तों के साथ वापस आया। सुरेंद्र को पैसा दिया और कहा कि पैसे ले लो, लेकिन बस्ती के लोगों से मारपीट मत किया करो। सुरेंद्र ने उन लोगों से शराब मंगवाया और सभी ने साथ में बैठकर शराब पी।
पीने के बाद सुरेंद विवाद करने लगा और तलवार निकालकर हमला कर दिया। यह सुनकर बस्ती के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। सुरेंद्र पर लाठी, डंडे से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सूचना पाकर पुलिस पहुंची और घायल सुरेंद्र को अस्पताल ले गई। जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
7 सितंबर 24 को ग्राम नंदिनी खुंदिनी में डीजे में डांस के विवाद पर एक ही परिवार के करण, राजेश और वासु को मौत के घाट उतार दिया गया। 12 अगस्त 24 को पद्मनाभपुर क्षेत्र में शुभम बंदे 20 साल, निवासी बोरसी भाठा की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई थी।
देवबलौदा में 4 माह पूर्व एल चिरंजीवी, 35 साल, की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। उसके सिर को पत्थर से कुचल दिया था।