क्राइम डीएसपी हेमप्रकाश नायक ने बताया कि पांच दिन तक रूआंबाधा निवासी इंद्रप्रकाश कश्यप को तीन दिन मकान में और 2 दिनों तक ट्रेन में डिजिटल अरेस्ट कर 49 लाख रुपए ठगी करने के मामले में महाराष्ट्र बीड निवासी आरोपी नावेद (35 वर्ष) को पुणे से गिरफ्तार किया गया। वहीं आरोपी सोमनाथ धोबले (36 वर्ष) पुलिस के एक नोटिस पर आ गया। दोनों को बीड से पकड़ा गया।
नावेद लोगों को 20 प्रतिशत कमीशन देकर किराए पर बैंक अकाउंट लेता था। उस अकाउंट को साइबर ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को उपलब्ध कराते थे। नावेद के साथ सोमनाथ जुड़ा था। पूछताछ में पता चला कि डिजिटल अरेस्ट में सरकारी एजेंसियों के अधिकारी बनकर लोगों को डरा धमका कर रकम उक्त खातों में ट्रांसफर कराते थे। दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस मामले के मास्टरमाइंड की तलाश जारी है।
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तीन राज्य में ठगी, 3 करोड़ का ट्रांजेक्शन
डीएसपी ने बताया कि भिलाई नगर मामले का मास्टरमाइंड अभी पकड़ से बाहर है। अकाउंट होल्डर और अकाउंट उपलब्ध कराने वाले पकड़े गए हैं। इन आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के अलावा मुंबई, गुजरात और दिल्ली के लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर 3 करोड़ रुपए की ठगी की हैं। इसमें 49 लाख रुपए की भिलाई नगर रूआंबाधा निवासी इंद्रप्रकाश की ठगी भी शामिल है। इसके अलावा बाकि रकम उक्त तीनों राज्यों के लोगों से ठगा है।तकनीकी मदद से पकड़े गए आरोपी
भिलाई नगर टीआई प्रशांत मिश्रा थाने से दो एएसआई और 4 जवानों को लेकर महाराष्ट्र पहुंचे। दूसरी तकनीकी टीम क्राइम डीएसपी हेमप्रकाश नायक के नेतृत्व में भिलाई से सर्च कर रही थी। यहां से आरोपियों के मोबाइल की लोकेशन सर्च की। आरोपी नावेद पुणे में पकड़ाया, जहां वह अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहता था। उसके बाद आरोपी सोमनाथ को नोटिस देकर बीड से पकड़ा गया। स्टील कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट को पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में ठगी करने वाले दो आरोपियों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। इस मामले का मास्टरमाइंड अभी पकड़ से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर टीम काम कर रही है। – सुखनंदन राठौर, एएसपी शहर