पहले तीनों बच्चों को फांसी पर लटकाया मृतक व्यक्ति की पहचान 35 वर्षीय बेअंत सिंह के तौर पर हुई है। वह रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पाल रहा था। बच्चों में 7 साल का बेटा प्रभजोत सिंह, 3 साल की बेटी खुशप्रीत कौर और सवा साल की बेटी सुखप्रीत कौर हैं। मिली जानकारी के अनुसार बेअंत सिंह की पत्नी लवप्रीत कौर की करीब एक माह पहले कैंसर के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा था। इसी के चलते उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चारों शवों को फंदे से उरवाकर रामपुरा सिविल अस्पताल स्थित मोर्चरी में भेज दिया।
क्या लिखा है सुसाइड नोट में पुलिस को मौके से आठ पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने न सिर्फ मरने के लिए मजबूर होने की कहानी लिखी है, बल्कि यह भी जिक्र किया है कि उसके घर और घर के सारे सामान को बेचकर गुरुद्वारे में दान कर दिया जाए। मुश्किल समय में मेरा और मेरे परिवार का किसी ने साथ नहीं दिया, इसलिए किसी भी रिश्तेदार को यहां से एक तिनका भी नहीं उठाने देना। मृतक बेअंत सिंह ने पूरी लिस्ट बनाई है कि किस सामान का क्या करना है। इसके अलावा उसने पत्नी के वियोग में पंजाबी में शेर-ओ-शायरी भी की है। इस बारे में थाना भगता भाईका के एसएचओ अमृतपाल सिंह ने बताया कि कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस मृतक बेअंत सिंह पर बच्चों की हत्या करने के आरोप में मामला दर्ज कर रही है।