मोती झील पर बने विद्युत निगम के क्वार्टर में रहने वाली विद्युत निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भूदेई (60) पत्नी रामकिशन सोमवार को अपने बेटे विजयपाल चौधरी के साथ बाइक से फसल खराबे के मुआवजे का आवेदन भरने के लिए अपने गांव दौपुरा गई थी। मां-बेटे आवेदन करने के बाद बाइक से लौट रहे थे। शहर में अनोखी होटल से आगे पेट्रोल पंप के समीप सड़क में बने गड्ढे को बचाने के चक्कर में विजयपाल की बाइक गड्ढे में चली गई। इस दौरान बाइक पर पीछे बैठी उसकी मां उछल पड़ी। गड्ढे से उछलते ही भूदेई सड़क पर गिर गई। इसी दौरान यहां से तेज गति से निकल रही कार ने उसे रौंद दिया। इससे भूदेई की मौके पर ही मौत हो गई। विजयपाल भी विद्युत निगम में कार्यरत है।
पति कुल्हाड़ी से वारकर सो गया, रातभर घर में पड़ा रहा पत्नी का शव
रोज होती हैं शिकायत, फिर भी नहीं सुनवाई
शहर से लेकर गांवों तक की सड़कों के हाल बुरे हैं। हर रोज गड्ढों के चलते लोग गिरकर घायल हो रहे हैं। साथ ही कई लोग कमर दर्द एवं गर्दन आदि के दर्द से परेशान हो रहे हैं, लेकिन इनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। आलम यह है कि हर रोज इसको लेकर लोग शिकायत कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। हर आम और खास इससे परेशान हैं। इसको लेकर नदबई विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना भी सड़कों के खराब हाल को लेकर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन जिलेभर की सड़कों के हाल में कोई सुधार नहीं हो सका है।