भरतपुर . जिले में सत्ता के शिखर पर बैठी कांग्रेस की राजनीति अब धौंस तक जा पहुंची है। इसकी नजीर सोमवार को सेवर पंचायत समिति सभागार में हुई बैठक में देखने को मिली। यहां प्रधान शकुंतला सिंह खामोशी अख्त्यिार किए रहीं। वहीं बैठक को उनके पार्षद पति सतीश सोगरवाल संबोधित करते नजर आए। खास बात यह है कि यह सब मौजूद अधिकारियों की नाक के नीचे हुआ, लेकिन सब मूकदर्शक ही बने रहे। सेवर पंचायत समिति सभागार में प्रधान शकुन्तला सतीश सोगरवाल की अध्यक्षता में साधारण सभा की बैठक हुई। बैठक में बिजली, पानी और सड़क जैसी समस्याओं पर चर्चा की गई, लेकिन बैठक में अधिकारियों की मौजूदगी में प्रधान पति सतीश सोगरवार माइक लेकर अधिकारियों को संबोधित करते नजर आए, लेकिन किसी ने उन्हें टोकने तक की जहमत नहीं उठाई। अधिकारियों की मौन स्वीकृति के चलते आधी आबादी भले ही आरक्षण की बदौलत पदों पर काबिज हो गई हैं, लेकिन दबदबा अभी भी पुरुषों का ही देखने को मिल रहा है। जिला परिषद से लेकर ग्राम पंचायतों की बैठकों में महिला जनप्रतिनिधियों की जगह उनके पति या अन्य परिजन धौंस के बलबूते पंचायती करते नजर आ रहे हैं। अधिकारी भले ही जुबानी तौर पर ऐसे प्रतिनिधियों पर पाबंदी की बात कर रहे हों, लेकिन असल में यह बैठकों का हिस्सा बने हुए हैं। खास बात यह है कि बैठक में उपखंड अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार एवं विकास अधिकारी डॉ. देवेन्द्र सिंह फौजदार मौजूद रहे, लेकिन प्रधान पति को वह बैठक में बैठने से इनकार नहीं कर सके।
अधिकृत आईडी से किया मेल खास बात यह है कि पंचायत समिति कार्यालय की अधिकृत मेल आईडी ‘एनआरईजीएसएमआईएस डॉट सेवर एट द रेट जीमेल डॉट कॉम से यह प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। प्रेस नोट विकास अधिकारी के हस्ताक्षर से भेजा गया। इसमें पांच फोटो भी भेजे गए हैं। इनमें से एक फोटो में प्रधान पति सतीश बैठक में मौजूद नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरे फोटो में बैठक को माइक लेकर संबोधित करते नजर आ रहे हैं।