75 सिलेंडर का लग रहा प्लांट जनाना अस्पताल में तीसरी लहर की आशंका के बीच ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। सरकार की मंशा के अनुरूप यहां 75 सिलेंडर का प्लांट लग रहा है। प्लांट लगने के लिए सर्वे का काम पूरा होने के बाद सोमवार को ठेकेदार ने डीआईईसी की बिल्डिंग के पास खाली पड़ी जमीन को इसके लिए चिह्नित कर लिया है।
फिलहाल पर्याप्त हैं चिकित्सक तीसरी लहर की आशंका के बीच फिलहाल जनाना अस्पताल में पर्याप्त शिशु रोग विशेषज्ञ बताए जा रहे हैं। हालांकि दूसरी लहर में कुछ चिकित्सक संक्रमित हो गए, जो अब ड्यूटी पर लौटने लगे हैं। वर्तमान में आठ विशेषज्ञों के साथ कुल एक दर्जन चिकित्सक तैनात हैं। हालांकि यह सामान्य दिनों के कामकाज के लिए पर्याप्त बताए जा रहे हैं। यदि तीसरी लहर में बच्चे संक्रमित हुए तो इनकी संख्या अपर्याप्त हो सकती है।
कोरोना की जद में आने लगे बच्चे जिले में एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर से मुक्ति मिलने लगी है। वहीं जिले में तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। जिले में 18 साल से कम उम्र के बच्चे भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। इसने जिलेवासियों की चिंता बढ़ा दी है। जानकारी के मुताबिक एक मई से अब तक करीब 600 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर बच्चे होम आइसोलेट हैं। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर नजर आ रहा है। चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार 22 मई तक 612 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं। पिछले 22 दिनों में कोरोना से 78 संक्रमित मरीजों की मौत भी हो चुकी है। इधर जनाना अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वर्तमान जनाना अस्पताल में कोई भी संक्रमित बच्चा नहीं है। सोमवार को वार्ड में चार बच्चे भर्ती हुए, लेकिन इनमें एक भी कोरोना जैसे लक्षण नहीं मिले।
इनका कहना है अस्पताल में 75 सिलेंडर का ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को जगह फाइनल हो गई। बच्चों में रोग की आशंका को लेकर पूरी तैयारियां की जा रही हैं। करीब ढाई बेड ऑक्सीजन सपोर्टेड किए जा रहे हैं। साथ ही वेंटीलेटर सहित अन्य संसाधनों की डिमांड भेज दी गई है।
– डॉ. रूपेन्द्र झा, प्रभारी जनाना अस्पताल