भरतपुर

पार्टी का टिकट लेकर खुद को बताते हैं ईमानदार और जीतने के बाद तुरंत दो लाख रुपए में बिक जाते हैं

भाजपा की बैठक में सामने आया पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र जैन का दर्द, भारतीय जनता पार्टी का जिलाध्यक्ष डॉ. शैलेष सिंह के बनने के बाद रविवार को पहली बैठक हुई।

भरतपुरDec 23, 2019 / 12:45 pm

Meghshyam Parashar

पार्टी का टिकट लेकर खुद को बताते हैं ईमानदार और जीतने के बाद तुरंत दो लाख रुपए में बिक जाते हैं

भरतपुर. भारतीय जनता पार्टी का जिलाध्यक्ष डॉ. शैलेष सिंह के बनने के बाद रविवार को पहली बैठक हुई। इसमें खास बात यह रही कि पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र जैन का बयान खास चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव आ रहे हैं। इसमें प्रत्याशी पार्टी का टिकट मिलते ही फ्लैक्स, बैनर व होर्डिंग्स पर लिखवाएंगे कि कर्मठ, जुझारू, ईमानदार प्रत्याशी…जैसे ही वह टिकट मिलने के बाद चुनाव जीत जाएंगे तो उसी दिन दो लाख रुपए में बेच देंगे, लेकिन अब पार्टी को ऐसे प्रत्याशियों से किनारा कर लेना चाहिए। पार्टी में ईमानदारी के साथ काम करने वाले कार्यकर्ता को तरजीह दी जानी चाहिए। भाजपा की जिला कार्यसमिति की बैठक निवर्तमान जिलाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र सिंह फौजदार की अध्यक्षता में हुई। इसमें पंचायत चुनाव के सह प्रभारी धर्मा डागुर, पंचायत चुनाव के संभाग प्रभारी जवाहर सिहं बेढ़म, सांसद रंजीता कोली, पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली, पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली, पूर्व विधायक विजय बंसल विशिष्ठ अतिथि रहे। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष डॉ. शैलेष सिंह ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने जो दायित्व दिया है। उसका पूर्ण रूपेण तन-मन एवं धन से निर्वहन किया जाएगा। पंचायत चुनाव में सभी को साथ लेकर एक ऐसी रणनीति बनायी जाएगी ताकि पार्टी के प्रति निष्ठावान एवं जिताऊ कार्यकर्ता को टिकट दिया जा सके। आज जनता कांग्रेस के एक साल के शासनकाल से परेशान हो चुकी है। जनता दुबारा केंद्र के कार्यों से बेहद प्रसन्न है तथा पंचायत चुनाव में जनता, किसान, युवा दुबारा भाजपा को वोट देगा एवं भाजपा का जिला प्रमुख एवं प्रत्येक पंचायत समिति पर प्रधान भाजपा का ही बनेगा। बैठक में पूर्व विधायक बच्चू सिंह बंशीवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष भानूप्रताप राजावत, गिरधारी तिवारी, सतेन्द्र गोयल, दीपराज सिंह, भगवानदास शर्मा, गिरधारी गुप्ता, किर्ती सिंह, शिवराज तमरौली, बृजेश अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
विरोध में गुट भी बैठक में आया मतलब सुलहनामा

भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. शैलेष बनने के बाद हुई पहली बैठक में सबसे खास बात यह रही कि उनका विरोध करने वाले ही बैठक में सबसे पहले पहुंचे। अंदरखाने चर्चा है कि शैलेष सिंह ने विरोध गुट के साथ भी बात की है। कुछ नेताओं के घर जाकर भी बात की है। ऐसे में संभव है कि सुलहनामा की इस कोशिश के कारण गुटबाजी पर भी अंकुश पाया जा सकता है। हालांकि अब कहीं न कहीं विरोधी गुट भी कमजोर पड़ता नजर आया है।

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