असंतोष से दोनों दलों को खतरा दोनों दल भले ही संभाग को फतह करने का ख्वाब संजो रहे हों, लेकिन असंतोष दोनों ही दलों के लिए बड़ा खतरा नजर आ रहा है। कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेल रही कांग्रेस की फजीयत भी खूब हुई है। वहीं पोस्टर विवाद से भाजपा की फूट भी सामने आ चुकी है। ऐसे में भितरघात की आशंका दोनों ही दलों को खूब सता रही है।
वर्ष विजेता पार्टी
1951 हरीदत्त केएलपी
1957 होतीलाल आईएनडी
1962 नत्थी सिंह आईएनडी
1967 एन. सिंह एसएसपी
1972 बिजेन्द्र सिंह बीजेएस
1977 सुरेश कुमार जेएनपी
1980 राज बहादुर आईएनसी (यू)
1985 गिरिराज प्रसाद तिवारी आईएनसी
1990 रामकिशन जेडी
1993 आर.पी. शर्मा आईएनसी
1998 आर.पी. शर्मा आईएनसी
2003 विजय बंसल आईएनएलडी
2008 विजय बंसल भाजपा
2013 विजय बंसल भाजपा
2018 डॉ. सुभाष गर्ग आरएलडी
इधर, राष्ट्रीय लोकदल ने राजस्थान को छह जोन में बांटा राष्ट्रीय लोकदल ने उत्तर प्रदेश के बाद अब राजस्थान में प्रदेश को छह क्षेत्रों ब्रज, मारवाड़, मेवाड़, मध्य राजस्थान, थार और हाड़ौती में विभाजित कर चुनावी तैयारी शुरू कर दी हैं। इनमें यूपी के विधायक और संगठन के वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी लगाया गया है। मेवाड़ अंचल के उदयपुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सबसे वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। फिलहाल राष्ट्रीय लोकदल की टिकट पर भरतपुर से विधायक डॉ. सुभाष गर्ग सरकार में तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री हैं। उन्हें समझौते में यह सीट मिली थी। जिलाध्यक्ष संतोष फौजदार ने बताया कि सभी जोन प्रभारी और सह प्रभारी शुक्रवार से ही फील्ड में जाएंगे।