2017 में हुई थी शादी, तीन बच्चों का है पिता मृतक अरुण के ससुर ने बताया कि उनका दामाद 25 लाख रुपए की चोरी नहीं कर सकता है। जरूर इस प्रकरण में वहां की पुलिस का हाथ है। अपना इल्जाम उनके दामाद पर थोपा गया है। वह आगरा के जगदीशपुरा थाने में लंबे समय से अस्थायी सफाई कर्मचारी के बतौर काम रहा था। भरतपुर के अनाह गेट हरिजन बस्ती निवासी अनिल वाल्मीकि पुत्र स्व. छज्जूराम की पुत्री सोनम की शादी 27 फरवरी 2017 को आगरा के लोहा मंडी निवासी अरुण वाल्मीकि पुत्र संपतलाल के साथ हुई थी। दादी सास का निधन छह अक्टूबर को हो गया था, उस दिन अरुण वाल्मीकि भरतपुर आया था। अरुण का तीन वर्षीय बेटा शिवा, दो वर्षीय बेटी छवि, डेढ़ महीने की एक बेटी है।
सीएमओ से सूचना, हरकत में आई स्थानीय पुलिस कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के 20 अक्टूबर की रात अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मुलाकात करने के बाद गुरुवार सुबह स्थानीय पुलिस भी हरकत में आ गई। बताते हैं कि प्रियंका गांधी ने सीएम से इस प्रकरण में बात की है। इसके बाद स्थानीय पुलिस दो बार अरुण के ससुरालीजनों से मिलने पहुंची। क्योंकि आगरा पुलिस के उन्हें छोडऩे के बाद उनकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। दोपहर को जब पुलिस को पता चला कि अरुण के ससुरालीजन भरतपुर सकुशल आ गए हैं तो पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
-मेरा पति चोर नहीं था, अगर कोई जांच भी करनी थी तो इतनी बेरहमी से मारपीट करना क्या हत्या नहीं है। मैं तो भरतपुर में दादी का निधन होने के कारण छह अक्टूबर से पिता के पास ही थी। मेरे पिता, भाई व अन्य परिजनों का क्या कसूर था कि उन्हें हवालात में बंद कर पीटा गया। पुलिस ने परिजनों से भी अभद्रता की। मुझे न्याय मिलना चाहिए।
मृतक अरुण वाल्मीकि की पत्नी सोनम ने जैसा बताया -आगरा में अरुण वाल्मीकि के साथ घृणित कृत्य किया गया है। उसकी पत्नी सोनम भरतपुर की बेटी है। मैंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि सोनम को आर्थिक सहायता राशि की घोषणा की जानी चाहिए।
डॉ. सुभाष गर्ग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, राज्यमंत्री