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भरतपुर

जिला प्रमुख की खुद के बेटे पर इतनी मेहरबानी…

-सदस्यों के परिजन बाहर निकाले, खुद का बेटा उप जिला प्रमुख की कुर्सी पर बैठा रहा, ठेकेदार को ब्लेक लिस्ट करने पर थपथपाई मेज, सड़कों से आगे नहीं बढ़ी जिला परिषद की बैठक, जिला प्रमुख सदस्यों के परिजन बाहर निकाले और खुद का पुत्र उप जिला प्रमुख की सीट पर बैठा रहा

भरतपुरApr 22, 2022 / 10:13 pm

Meghshyam Parashar

जिला प्रमुख की खुद के बेटे पर इतनी मेहरबानी...

जिला प्रमुख की खुद के बेटे पर इतनी मेहरबानी…

भरतपुर. कलक्ट्रेट सभागार में हुई जिला परिषद् की साधारण सभा की बैठक में जमकर मखौल उड़ाया गया। जहां जिला प्रमुख जगत सिंह ने सिर्फ सदस्यों को ही बैठक में उपस्थित होने की अनुमति बात कही तो वहीं उनके पुत्र का बैठक से बाहर न जाना बड़ा सवाल खड़ा कर गया। हालांकि आश्चर्य की बात यह है कि नियमों के नाम पर चूक और खुद को छूट देने के इतनी बड़ी बात पर वहां मौजूद जिला परिषद् सीईओ, एडीएम प्रशासन से लेकर जिले के सभी बड़े अधिकारी मौन बने रहे। जबकि उनके पुत्र का बैठक में उपस्थित रहना भी नियमों के खिलाफ था। हालांकि सदस्यों के निकलने के बाद जिला प्रमुख के पुत्र सदस्यों के पीछे वाली दीर्घा में लगी कुर्सी पर जाकर बैठ गए।
हुआ यूं कि बैठक की शुरुआत में जिलाप्रमुख सिंह ने सदन में सिर्फ सदस्यों को बैठने की अनुमति की बात कही। अन्य को जिलाप्रमुख के चेम्बर में जाने को कहा। इस पर सीईओ ने भी इसका समर्थन करते हुए सदस्यों के साथ आए परिजनों से बाहर जाने को कहा। खास बात यह थी कि जिस समय जिला प्रमुख अन्य लोगों को बाहर जाने की बात कह रहे थे, उस सयम उनका बेटा उप जिला प्रमुख की कुर्सी पर बैठा था। बाद में जिलाप्रमुख के निजी सहायक ने जगत सिंह के बेटे को पीछे वाली दीर्घा में बैठाया। यह पहला मामला नहीं है कि जब जिला परिषद् की बैठक में अपनों के लिए नियमों को तोड़ा गया है। इससे पहले भी तत्कालीन जिला प्रमुख के कार्यकाल में पंचायतीराज विभाग के नियम मखौल बनते रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी लापरवाही जिला परिषद् के सीईओ से लेकर पालना नहीं कराने वाले जिलास्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों की रहती है। चूंकि वे सबकुछ जानकर भी अनजान बने रहते हैं। कुछ समय पूर्व सेवर पंचायत समिति में भी इस तरह का मामला सामने आया था। हालांकि बाद में तत्कालीन जिला कलक्टर के दखल के बाद दुबारा ऐसी स्थिति सामने नहीं आई। इसको लेकर कुछ सदस्यों ने दबी जुबान में कहा कि जब जिला प्रमुख ही नियम तोड़ेंगे तो बाकी पंचायत समितियों में प्रधान क्या खाक नियमों की पालना करेंगे।
कलक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को साधारण सभा की बैठक जिलाप्रमुख जगत सिंह की अध्यक्षता में हुई। भारत गदौली ने लखनपुर क्षेत्र में जमीन को अवैध तरीके से कन्वर्ट करने का आरोप लगाया। वहीं अन्य सदस्यों ने नरेगा में फर्जी मस्टरोल चलने की बात कही। उप जिलाप्रमुख प्रियंका गुर्जर ने कहा कि पंचायत समिति स्तर पर होने वाले कार्यों में जिला परिषद सदस्यों की राय भी ली जाए। इस पर भारत ने कहा कि जो विकास अधिकारी विधायक से बनाकर रखते हैं, उन्हें सदस्यों की चिंता नहीं है। सदस्यों ने ब्रज चौरासी परिक्रमा में अतिक्रमण होने और सड़कों की हालत खस्ता होने की आवाज उठाई। दुर्गेश ने कमेटियां नहीं बनने को लेकर आवाज उठाई। साथ ही कहा कि उच्चैन-खेड़ली सहित अन्य सड़कें इतनी खराब हैं कि लोगों की हादसों में जान जा रही हैं। दो-दो विधायकों ने यहां बोर्ड तो लगा दिए हैं, लेकिन सड़कों का अता-पता नहीं है। इस दौरान गौरव पथ, नेवाड़ी से नवोदय विद्यालय, पुरावईखेड़ा आदि सड़कों का मामला भी गूंजा। पूर्व विधायक समसुल हसन ने कहा कि कामां-पहाड़ी में खनन क्षेत्र की सड़कों का सत्यानाश हो रहा है। सरकार को यहां से राजस्व मिल रहा है। इसके बाद भी यहां की सड़कें नहीं सुधर रहीं। उन्होंने कामां-सबलाना मार्ग चौड़ीकरण एवं गौरव पथ का मामला उठाया। मोहना सिंह गुर्जर ने सवाल उठाया कि चंबल का पानी कब तक लोगों को मिलेगा। इस पर एसई ने इसको लेकर जवाब दिया। भानू जघीना ने कहा कि जघीना की सड़क तो बन गई है, लेकिन वह इतनी घटिया है कि एक ही बारिश में ढह जाएगी। भारत गादौली ने कहा कि सड़क बनने के समय ही सही जांच हो जाए तो सड़कें सलामत रह सकती हैं। सड़कें जल्दी टूटने से सरकार की बदनामी होती है। पूर्व विधायक शमशू ने कहा कि यह मामला सरकार का नहीं बल्कि आमजन के हित से जुड़ा है। जिलाप्रमुख जगत सिंह ने ओवरलोड की वजह से टूट रही सड़कों को लेकर परिवहन अधिकारी को निर्देश दि कि वह ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करें, जिससे सड़कें बेहतर रह सकें। ओवरलोड के मामले में परिवहन अधिकारी ने कहा कि इस बार करीब 80 लाख रुपए की जुर्माना राशि वसूली है। इस पर जिलाप्रमुख ने कहा कि आठ करोड़ वसूलें। हमें सड़क सुरक्षित चाहिए। सदन में कमेटियों पर चर्चा के दौरान भारत गादौली और भानूप्रताप जघीना के बीच हल्की नोंक-झोंक भी हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह, जिला परिषद के सीईओ सुशील कुमार, एडीएम प्रशासन बीना महावर, एडीएम शहर रघुनाथ खटीक, जिला रसद अधिकारी सुभाष चंद गोयल, पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता मनोहर सिंह, चम्बल परियोजना के अधीक्षण अभियंता एचके अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
निंदा, नोटिस और कार्रवाई

सदन में गूंज रहे सड़क के मुद्दे के बीच पीडब्ल्यूडी के एसई चंदन सिंह ने इन्हें सड़कों का काम आरएसआरडीसी के माध्यम से होना बताया। इस पर सदन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई की मांग की। इस पर आरएसआरडीसी के अधिकारी विजय सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर नोटिस देने की कार्रवाई करने को कहा।
बनी रहीं मूरत, और छिपी रही सूरत

जिला परिषद की बैठक में भले ही आधी आबादी की संख्या ठीक है, लेकिन बैठक में सिर्फ एक बार उप जिलाप्रमुख ने ही अपनी बात रखी। अन्य सदस्य मूरत सी बनकर बैठी रहीं। वहीं एकाध सदस्य घूंघट की ओट में ही बैठी रहीं।
योगेश पर सात करोड़ का टेंडर, फिर भी मेहरबानी

बैठक में सड़कों का मुद्दा उछलने पर सदस्यों ने एसई को घेरा। साथ ही एक ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। इस पर जिलाप्रमुख ने कहा कि अन्य ठेकेदार की तरह संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए। एसई ने पूछने पर बताया कि योगेश चौधरी पर 7 करोड़ रुपए के टेंडर हैं। इस पर जिलाप्रमुख ने ठेकेदार को ब्लेक लिस्ट करने की बात कही। ए क्लास ठेकेदार होने के कारण एसई ने इसे चीफ इंजीनियर के स्तर पर करने की बात कही। इस पर प्रमुख ने ब्लेक लिस्ट के लिए रिकमंड कर प्रतिनिधि सोमवार तक उन्हें देने के निर्देश दिए।
एक गाड़ी के कट रहे दस-दस रवन्ने

बैठक में भारत गादौली ने अवैध खनन और भ्रष्टाचार का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि एक ही नंबर के वाहन के दस-दस रवन्ना कट कर रहे हैं और टीपी जारी हो रही हैं। इस मिलीभगत से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। इस पर जिलाप्रमुख ने कहा कि नकली रवन्ना जारी हो रहे हैं, लेकिन विभाग क्या कर रहा है। इससे पहले सदन में एमई के नहीं पहुंचने पर सदस्यों ने निंदा प्रस्ताव की बात कही। हालांकि बाद में पहुंचे एमई ने बताया कि वह विधानसभा के प्रश्नों के जवाब दे रहे थे।
पुलिस कर रही अवैध वसूली

पूर्व विधायक शमसू ने कहा कि कामां, जुरहरा एवं पहाड़ी में इस बार गेहूं की पैदावार कम हुई है। ऐसे में हरियाणा तक भूसे का आदान-प्रदान हो रहा है। कुछ गरीब तबके के लोग तूड़ी का व्यापार भी कर रहे हैं, लेकिन पुलिस यहां अवैध वसूली करने में जुटी है। इस पर एसपी श्याम सिंह ने कहा कि यदि ऐसा मामला है तो सख्त कार्रवाई होगी। कोई भी व्यक्ति या जनप्रतिनिधि मुझे इस संबंध में सिर्फ महज कर दे। कार्रवाई निश्चित रूप से होगी।
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