वरिष्ठ अधिवक्ता से ली जाएगी कानून से संबंधित सहायता कमेटी में वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीनाथ शर्मा को शामिल किया गया है। क्योंकि अधिवक्ता शर्मा ने सिटी फ्लड कंट्रोल ड्रेन को लेकर हाइकोर्ट में रिट दायर कर रखी है। इसलिए शर्मा से संबंधित विभाग के अधिकारी सीएफसीडी को लेकर हर जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके अलावा पूर्व में यह प्रोजेक्ट नगर सुधार न्यास के पास था, अब नगर निगम के पास है। इसलिए दोनों के बीच इस प्रोजेक्ट को लेकर बैठक की जाती रहेगी।
यह है योजना नगर निगम और यूआईटी क्षेत्र के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक कराने के लिए योजना तैयार की गई है। इसके तहत पूरे शहर को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने की योजना है। पूरी योजना की करीब 275 करोड़ रुपए डीपीआर तैयार की गई है। पूरे ड्रेनेज सिस्टम को चिकसाना बांध से कनेक्ट किया जाएगा। इससे बरसात के मौसम में और आम दिनों में शहर का पूरा पानी चिकसाना बांध तक पहुंच सके। इससे शहर को जलभराव की समस्या से निजात मिल सकेगी। जल निकासी के लिए कुल पांच प्राचीन ड्रेन और कैनाल हैं। इसमें सिटी फ्लड कंट्रोल ड्रेन सीएफसीडी पांच किमी लंबी, रामनगर दो मोरा चैनल चार किमी, रणजीत नगर फ्लड कंट्रोल ड्रेन चार किमी, हीरादास चैनल तीन किमी, गिर्राज कैनाल तीन किमी लंबी है।
-कमेटी प्रोजेक्ट का पर्यवेक्षण करने के साथ ही सुझाव भी देगी। तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद करीब 186 करोड़ रुपए से कार्य कराने के लिए निविदा निकाली जाएगी। अभिजीत कुमार मेयर नगर निगम