भरतपुर. हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बेटा पढ़-लिखकर कुछ बड़ा कर उनका नाम रोशन करे। हालांकि इस बीच अभाव रास्ते में अड़चन बनते हैं, लेकिन इन्हीं अड़चनों को हथियार बनाकर हिमांशु शर्मा ने अपनी सफलता की कहानी गढ़ी। हम बात कर रहे हैं शहर के कृष्णा नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी साधारण परिवार में जन्मे हिमांशु शर्मा की, जो आज क्रिकेट में काफी नाम कमा चुके हैं और राइट आर्म फास्ट बॉलर हैं। यह करीब 140-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉल फेंकते हैं। हिमांशु की दिलचस्पी शुरू से ही क्रिकेट के प्रति दीवानगी की तरह रही। हिमांशु ने बताया कि जिला क्रिकेट संघ के चिव मेरे सीनियर खिलाड़ी शत्रुध्न तिवारी (चुन्नू भैया) से मुलाकात एक टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता के आमने-सामने हुए मैच में हुई। हिमांशु की बॉलिंग देख तिवारी प्रभावित हुए और वह दिन हिमांशु की जिंदगी में क्रिकेट की नई राह ले आया। इसके बाद हिमांशु को तिवारी ने स्टेडियम में बुलाया। इसके बाद हिमांशु ने नियमित तौर पर स्टेडियम में लेदर बॉल से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। हिमांशु ने क्रिकेट की बारीकियां सीखते हुए प्रतिदिन नई उपलब्धियां हासिल की। हिमांशु अंडर-19 राजस्थान की टीम में खेल चुके हैं तथा वर्ष 2019-20 में अंडर-19 इंडिया ए की टीम में जगह बनाई और अपना खेल कौशल दिखाया। राजस्थान के विभिन्न आयु वर्गों की टीमों में भी हिमांशु खेल चुके हैं। हिमांशु अपनी सफलता का श्रेय जिला क्रिकेट संघ के सचिव शत्रुध्न तिवारी को देते हुए कहते हैं कि यदि वह मेरा हाथ नहीं थामते तो मैं क्रिकेट में इस मुकाम पर नहीं होता। हिमांशु अब पूरी तरह क्रिकेट को समर्पित हैं और भविष्य मैं इंडिया टीम के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं।