प्रथम: 8798
द्वितीय: 912
तृतीय: 3796
कुल: 21717 उत्तीर्ण
परिणाम: 78.31 प्रतिशत छात्राओं का परिणाम
प्रथम: 6478
द्वितीय: 7101
तृतीय: 2549
कुल: 16132
परिणाम: 78.61 डेढ़ घंटे बाद जाकर खुली बोर्ड की वेबसाइट परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद विद्यार्थियों को बोर्ड की वेबसाइट के हैंग होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। बताते हैं कि साइट पर एक साथ अत्यधिक भार पडऩे के कारण वह हैंग हो गई। ऐसे में करीब साढ़े पांच बजे के बाद साइट खुल सकी। तब जाकर विद्यार्थियों को राहत मिल सकी। हालांकि अन्य साइटों पर परिणाम आ गया था, परंतु बोर्ड की साइट पर बार-बार हैंग होने के कारण परेशानी आती रही।
वर्ष परिणाम
2008 68.10त्न
2009 71.00त्न
2010 73.00त्न
2011 76.00त्न
2012 64.00त्न
2013 69.00त्न
2014 67.00त्न
2015 79.00त्न
2016 77.84त्न
2017 80.43त्न
2018 78.77त्न
2019 78.82त्न
प्रवेशिका में 373 में से 170 पास, पिछले साल से 8.97 प्रतिशत गिरा परिणाम
-2019 में भी 9.2 प्रतिशत गिरा था परिणाम, इस बार जिले का परिणाम 45.58 प्रतिशत रहा
भरतपुर. इस बार प्रवेशिका का जिले का परिणाम 8.97 प्रतिशत गिरा है। परिणाम पिछले कुछ साल से लगातार गिरावट आ रही है। पिछले साल भी परिणाम 2018 की तुलना 9.2 प्रतिशत कम रहा था। इस बार परिणाम 45.58 प्रतिशत रहा है। 2019 में जिले का परिणाम 54.55 प्रतिशत रहा था।
जानकारी के अनुसार प्रवेशिका में 169 छात्र व 208 छात्राओं सहित कुल 377 ने आवेदन किया था। इसमें से 166 छात्र व 207 छात्राओं समेत कुल 373 ने परीक्षा दी। छात्रों के परिणाम पर नजर डालें तो प्रथम श्रेणी से 30, द्वितीय श्रेणी से 40, तृतीय श्रेणी से 20, कुल 90 उत्तीर्ण हुए। परिणाम 54.22 प्रतिशत रहा। छात्राओं में प्रथम श्रेणी से 26, द्वितीय श्रेणी से 39, तृतीय श्रेणी से 15 पास हुई। परिणाम 38.65 प्रतिशत रहा। इस तरह कुल प्रथम श्रेणी से 56, द्वितीय श्रेणी से 79, तृतीय श्रेणी से 35 सहित कुल 170 पास हुए। 2018 में प्रवेशिका का परिणाम 63.75 प्रतिशत था, जो कि 2017 में 55.31 प्रतिशत, 2016 में 43.21 प्रतिशत रहा था। पिछले साल छात्रों का परिणाम 58.52 प्रतिशत व छात्राओं का परिणाम 50.85 प्रतिशत रहा था।