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भरतपुर

अगर दुबारा जांच की जाए तो तीन गुना हो सकती है पैनल्टी रकम

-अपील में जाने के लिए जमा करानी होती है 25 प्रतिशत राशि, तब तक जारी नहीं हो सकते रवन्ना, अफसरों के तबादलों पर भारी रही पैनल्टी की कार्रवाई

भरतपुरDec 29, 2020 / 03:16 pm

Meghshyam Parashar

अगर दुबारा जांच की जाए तो तीन गुना हो सकती है पैनल्टी रकम

अगर दुबारा जांच की जाए तो तीन गुना हो सकती है पैनल्टी रकम

भरतपुर. नांगल में लंबे समय से हो रही अवैध खनन से पानी निकलने व पैनल्टी की कार्रवाई के बाद अब खुद खनिज विभाग भी सवालों के घेरे में आ खड़ा हुआ है। हालांकि तबादला सूची से स्पष्ट है कि कहीं न कहीं रसूखदार खननमाफिया की कोशिश पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने 26 दिसंबर के अंक में जहां चार साल पहले अवैध खनन की जांच, उसे दबाकर बैठे रहे अफसर शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर खुलासा किया था। हकीकत यह है कि नांगल सहित अन्य खनन क्षेत्र में कई खानों में खनन करते- करते पानी निकल आया है। कई जगह तो बांध का रूप ले लिया है। वहीं नांगल में खानों मे पानी निकलने की खबर के बाद खनन माफिया कचरा डालकर पानी छिपाने का असफल प्रयास करने में जुट गया है।
सूत्रों के अनुसार नांगल क्रशर जोन में खानों में पानी निकलने का मामला हो या फिर अवैध खनन माफियाअंों पर दस करोड़ की पेनल्टी का, इसमें समुचित जांच पर सवाल ही उठते रहे हैं। जुर्माना होने से खननमाफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि अपील में जाने के लिए पहले 25 प्रतिशत राशि जमा करानी पड़ती है। उसके बाद अपील स्वीकार की जाती है। पैनल्टी की किस्त जमा नहीं होने तक लीज धारकों को रवन्ना जारी नहीं किए जा सकते है। इससे खनन माफियाओं मे हड़कंप मचा हुआ है। यदि बात करें सही आंकलन की तो पिटों की सही जांच की जाए तो पैनल्टी तीन गुना तक पहुंच सकती है। इसी बीच अधिकारियों का तबादला होना भी विभाग व रसूखदार खननमाफियाओं की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है।
जिन्होंने जांच का आदेश दिया, उन्हीं का तबादला

हाल में ही राजस्थान खान एवं भू विज्ञान सेवा के अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए गए हैं। इसमें रोचक बात यह भी है कि जिस अधिकारी ने नांगल में स्टोन क्रशरों के पास स्थित जिस लीज में अत्यधिक अवैध खनन के कारण पानी निकनले के मामले में जांच कर पैनल्टी लगाने का आदेश दिया था, अब उनका भी तबादला कर दिया गया है। हालांकि फिलहाल किसी दूसरे अधिकारी को उनका कार्यभार सौंपा गया है। एसएमई सतर्कता राजीव चौधरी को भरतपुर से बीकानेर, एमई सतर्कता शिवप्रसाद शर्मा को भरतपुर से उदयपुर, तेजपाल गुप्ता को एमई भरतपुर से एमई सतर्कता भरतपुर, पुष्पेंद्र कुमार मीणा एएमई रूपवास से करौली, एएमई सुभाषचंद्र को भरतपुर से झुंझुनूं लगाया है। जबकि एसएमई प्रताप मीणा अग्रिम आदेशों तक एसएमई सतर्कता का अतिरिक्त कार्यभार भी देखेंगे। रामनिवास मंगल को बीकानेर से खनिज अभियंता भरतपुर लगाया गया है।

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