पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार ठग अपने व्हाट्सएप प्रोफाइल पर गृह मंत्री अमित शाह की फोटो को डीपी के रूप में लगाते थे। इसके अलावा, ठगों के मोबाइल फोन की जांच में उनके व्हाट्सएप चैट्स में ठगी की गतिविधियाँ स्पष्ट रूप से पाई गईं। इन ठगों के पास से नौ मोबाइल फोन और कई फर्जी सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं।
आरोपियों की पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये ठग भोले-भाले लोगों को सेक्स टॉर्चर के झूठे आरोपों में फंसाकर अश्लील वीडियो दिखाते थे और उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लेते थे। इसके बाद, वे खुद को पुलिस अधिकारी या बड़े नेता बताकर पीड़ितों को धमकाकर पैसे मांगते थे। प्राप्त पैसे को वे एटीएम कार्ड की मदद से 20 प्रतिशत कमीशन पर निकाल लेते थे।
इस गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने सभी आरोपियों से गहन पूछताछ शुरू कर दी है ताकि इनके अन्य साथियों की पहचान की जा सके। आईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में शुरू किए गए …ऑपरेशन एंटीवायरस… अभियान के तहत डीग मेवात क्षेत्र में अब तक 800 से ज्यादा साइबर ठगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस अभियान के माध्यम से पुलिस ने साइबर ठगी की घटनाओं को काफी हद तक कम किया है और सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माणों को भी चिन्हित कर तोड़ दिया है।
डीग मेवात क्षेत्र में साइबर ठगी की घटनाओं में 17 प्रतिशत तक की कमी आई थी, जिसे अब …ऑपरेशन एंटीवायरस… के तहत 4 प्रशित तक और घटाया गया है। पुलिस इस अभियान को जारी रखते हुए साइबर ठगी के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।