आरबीएम अस्पताल में उपलब्ध कराएंगे हरेक चिकित्सा सुविधा मंत्री ने कहा कि जिला आरबीएम अस्पताल में सुविधाओं का विस्तार कर इसे सम्भाग स्तरीय बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। आमजन को आरबीएम अस्पताल से जो अपेक्षाएं हैं उन पर खरा उतरने के लिए अस्पताल के चिकित्सक एवं स्टाफ भी पूरे प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आरबीएम चिकित्सालय में 150 शय्याओं पर हाइपो ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम शुरू किया गया है तथा कोरोना पीडि़त गंभीर रोगियों के बेहतर एवं शीघ्र इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी शुरू कराई जाएगी। उन्होंने स्वीकृत कराई गई सोनोग्राफी मशीनें शीघ्र मंगवाए जाने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन व्यक्तियों की अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो जाती हैए उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र तैयार की जाए ताकि शोक संतप्त परिजनों को इंतजार नहीं करना पड़े।
एलसी 38 पर ओवरब्रिज के लिए भेजी डीपीआर बैठक के दौरान अधीक्षण अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अवगत कराया कि एलसी.38 पर प्रस्तावित आरओबी के लिए रेलवे की टीम के साथ संयुक्त रूप से निरीक्षण का कार्य पूर्ण कर जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग जीएडी स्वीकृति के लिए रेलवे के आगरा कार्यालय को भिजवा दी गई है। साथ हीए 71 करोड़ रुपए की अंतरिम डीपीआर बनाकर राज्य सरकार को भिजवा दी गई है। इसी प्रकारए एलसी.239 की जीएडी रेलवे से स्वीकृति के लिए भेजी गई है।
आखिर राज्यमंत्री ने क्यों लिया तत्कालीन दो एसपी का नाम 1. विकास कुमार भरतपुर में वर्ष 2011 से 2012 तक एसपी रहे। उनका कार्यकाल आज भी आमजन याद रखता है। उनके समय में अपराध का ग्राफ कम ही नहीं हुआ था बल्कि जिले से अपराधियों ने दूरी तक बना ली थी।
2. राहुल प्रकाश करीब वर्ष 2014 से 2016 तक भरतपुर में एसपी रहे, उनका कार्यकाल भी काफी हद तक अच्छा रहा था। चूंकि उस समय कई बड़े केसों में तुरंत खुलासा किया गया था। साथ ही मुखिबर तंत्र मजबूत होने के कारण मदद मिली थी।