योग-प्राणायाम बने रहे संजीवनी घर पर दवाओं का नियमित सेवन करने के साथ गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन किया। इसके बेहतर नतीजे यह रहे कि अन्य परिजन संक्रमित नहीं हो सके। सिंह बताते हैं कि इस बीच घर पर प्रतिदिन योग-प्राणायाम किया। यह संजीवनी सरीखा साबित हुआ। अनुलोम-विलोम के साथ अन्य व्यायामों को दिनचर्या में शामिल किया। साथ ही सकारात्मक सोच के साथ पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन लिया। इससे मैं स्वस्थता की ओर बढ़ता गया और यह जंग जीतने में कामयाब हो गया।