डीग जिले के पहाड़ी थाना पुलिस ने चार दिन पहले दफनाए शव को कब्र से बाहर निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराया। मृतक की पत्नी ने अपने ससुराल वालों के खिलाफ पति की हत्या का मामला दर्ज कराया था। मृतक की पत्नी का कहना था कि उसके परिवारों वालों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद उसके शव को जंगल में एक पेड़ से लटका दिया। इनसाना ने मामला दर्ज कराया कि मेरी शादी जनीस के साथ और मेरी बड़ी बहन नौशाबा की शादी ऐजाज के साथ 21 फरवरी 2023 को हुई थी। शादी के बाद मैं अपनी ससुराल नहीं गई थी। मेरे माता-पिता ने मेरी बड़ी बहन नौशाबा को ससुराल भेज दिया था। चार नवंबर को मेरा पति जनीस अपने माता-पिता के बिना मर्जी के मुझे लेने के लिए घर आ गया। मेरे परिजनों ने मुझे अपने पति के साथ भेज दिया। जब मैं अपनी ससुराल पहुंची तो मेरे सास ससुर नाराज होने लगे। जनीस के माता-पिता कहने लगे कि बिना दहेज के जनीस मुझे घर क्यों ले आया। वापस इसे इसके माता-पिता के घर छोडकऱ आ। इसी बात को लेकर जनीस और उसके परिवार वालों के बीच विवाद चल रहा था। इसी बात को लेकर परिवार वालों ने जनीस के साथ बुरी तरह से मारपीट कर दी। जब हम दोनों बहनों ने जनीस को बचाने की कोशिश की तो जनीस के परिवार वालों ने हमारे साथ भी मारपीट कर दी। इसके बाद हम दोनों बहनों को कमरे में बंद कर दिया। आठ नवंबर को पता लगा कि जनीस के परिजनों ने उसकी हत्या कर दी है और उसकी हत्या को आत्महत्या बताने के लिए उसके शव को जंगल में पेड़ से लटका दिया है। इसके बाद हम दोनों बहनें ग्रामीणों के साथ जंगल में गए और जनीस के शव को नीचे उतारा। जनीस के शव की गर्दन टूटी हुई थी और हथेलियां फटी हुई थी। शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे। जब हम दोनों बहनों ने जनीस के शव का पोस्टमार्टम कराने को कहा तो उसके परिजनों ने कहा कि अगर तुमने किसी को इस घटना के बारे में बताया तो वह उन्हें भी इसी तरह जान से मार देंगे। आठ नवंबर को ही जनीस के परिजनों ने उसके शव को दफना दिया। इसके बाद मैंने अपने परिजनों को घटना के बारे में बताया। उसके बाद परिजन मेरे ससुराल नगला फिरोजपुर गांव पहुंचे। तब जनीस के परिवार वालों ने मेरे परिजनों के साथ मारपीट की और मेरी बहन नौशाबा को बंधक बना लिया। इसके बाद हमने घटना की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद 9 नवंबर को इनसाना ने पहाड़ी में मामला दर्ज करवाया। पहाड़ी थाना अधिकारी बनी सिंह का कहना है कि जनीस के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा कि जनीस ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या हुई है।
पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने गांव के पांच मौजूदा पंचों व मुस्तगीस की मौजूदगी में कब्र की खुदाई कराई। इसके बाद मेडिकल बोर्ड की ओर से एमओआईसी डॉक्टर मंसूर अली व एमओआईसी डॉक्टर दिगंबर सिंह की टीम से पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई।
Hindi News / Bharatpur / राजस्थान के इस जिले में दफनाने के 72 घंटे बाद निकालना पड़ा शव…पढिय़े पूरी कहानी