यह है पूरा मामला ( bharatpur crime news ) जानकारी के अनुसार सोगर गांव का सातवीं कक्षा में पढऩे वाला विशाल पिछले कई दिन से बुखार पीडि़त था। विशाल के पिता प्रभुदयाल उसे गांव के ही एक झोलाछाप चिकित्सक ( Jholachhap doctor) डोरीलाल के पास ले गए। इस दौरान डोरीलाल ने विशाल को एक इंजेक्शन ( treatment by Jholachhap doctor ) लगा दिया। विशाल के परिजनों से कहा कि अब बुखार ठीक हो जाएगा। इसके बाद विशाल के परिजन उसे लेकर घर चले गए लेकिन सुबह विशाल के कूल्हे पर सूजन आ गई और एक गांठ पड़ गई। जब परिजन बच्चे को लेकर दुबारा डॉक्टर के पास पहुंचे तो वह अभद्रता करने लगा व मारपीट करने लगा। बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे आरबीएम अस्पताल ( RBM hospital in Bharatpur) में भर्ती कराया गया। जहां दो दिन तक इलाज के बाद विशाल ने दम तोड़ दिया।
ग्रामीण शव को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे परिजनों का आरोप है कि इस मामले की शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। किसान नेता नेमसिंह फौजदार व राजस्थान सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेश मंत्री विजय सिंह चौहान भरतपुरी के नेतृत्व में ग्रामीण शव को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे।
उचित कार्रवाई का आश्वासन विशाल के पिता ने बताया कि गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर डोरीलाल ने विशाल के कूल्हे से नीचे इंजेक्शन लगाया था जिसकी वजह से विशाल की जान गई है। परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप शराब पीकर ही मरीजों का इलाज करता है पहले भी डॉक्टर के गलत इलाज के कारण कई लोगों की तबीयत खराब हो चुकी है। सीओ ने ग्रामीणों को डॉक्टर के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराकर उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया।