जानकारी के अनुसार कामां थाने के गांव भूड़ाका निवासी वेबा भोता देवी (35) पत्नी प्रहलाद गुर्जर करीब तीन महीने पहले ही अपने जेठ घंसो उर्फ घनश्याम गुर्जर की हत्या के आरोप में जेल से बेल पर बाहर आई थी।
वह अपनी बेटी के साथ गांव भूड़ाका में रहती थी। मंगलवार देर रात भोता देवी व उसकी बेटी नेहा (17) घर में अकेले सो रहे थे। तभी कुछ लोग भोता देवी के घर में घुसे और धारदार हथियारों से दोनों पर हमला कर दिया।
घटना में बेटी नेहा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि भोता देवी हमले के दौरान जोरों से चिल्लाई तो हमलावर उसे घायल हालत में छोडकऱ फरार हो गए। भोता देवी के चिल्लाने के बाद आसपास के लोग भोता देवी के घर पहुंचे। जिसके बाद उसे कामां सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान भोता देवी ने दम तोड़ दिया।