भरतपुर

चंबल प्रोजेक्ट के कार्य में कंपनी कर रही लापरवाही, जांच के बाद हो सकती है ब्लैक लिस्ट

-बैठक में राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने दिए निर्देश

भरतपुरJun 21, 2020 / 11:48 am

Meghshyam Parashar

चंबल प्रोजेक्ट के कार्य में कंपनी कर रही लापरवाही, जांच के बाद हो सकती है ब्लैक लिस्ट

भरतपुर. चंबल परियोजना की धीमी गति व कंपनी की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। शनिवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने शनिवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज में हुई बैठक में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि चंबल परियोजना का कार्य बहुत मंद गति से चल रहा है। हैंडपंप लगाने वाली कंपनी भी 10 प्रतिशत काम भी अभी तक पूरा नहीं कर सकी है। अगर कंपनियां लापरवाही बरत रही है कि उनके खिलाफ ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई भी होनी चाहिए। जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव रोगी मिले हैं उनमें लगाए गए कफ्र्यू की सख्ती से पालना कराएं तथा कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए आरबीएम एवं कोरोना केयर सेन्टर में चिकित्सा अधिकारियों एवं दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही उनके मनोरंजन एवं खेलकूद की व्यवस्था भी करें इससे उनको इन संस्थाओं में बंदिश महसूस न हो और उनकी रिकवरी रेट में इजाफा हो सके। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे राजीव गांधी सेवा केन्द्रों एवं ग्राम पंचायत कार्यालयों पर सचिव, पटवारी, विद्युत एवं पेयजल विभाग के एईएन, जेईएन सहित अन्य आकस्मिक सेवाओं के दूरभाष नम्बर अंकित कराएं तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे जिले की समस्त पीएचसी, सीएचसी एवं उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर लगे चिकित्सकों के नाम एवं मोबाइल नम्बरों का दीवार लेखन कराएं। उन्होंने बीसीएमओ सेवर को निर्देश दिए कि वे पीएचसी सेवर की चारदीवारी निर्माण के लिए विधायक कोटे से राशि स्वीकृत करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भिजवाएं। उन्होंने भरतपुर विधान सभा क्षेत्र के गांवों में जले हुए ट्रांसफार्मरों को शीघ्र बदलने के निर्देश देते हुए कहा कि सिंगल फेस की विद्युत सप्लाई नियमित जारी करें। उन्होंने पेयजल योजनाओं के लिए अलग से विद्युत लाइन डलवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने 21 जून से शुरू होने वाले विशेष जागरूकता अभियान के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर अभियान को सफल बनाने को कहा।
चिकित्सा राज्य मंत्री ने बैठक के बाद महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में बनाए गए कोविड केयर सेन्टर का अवलोकन किया और निर्देश दिए कि सेन्टर में भर्ती सभी कोरोना पॉजिटिव रोगियों की समुचित उपचार की व्यवस्था करें। अवलोकन में उनके साथ जिला कलक्टर नथमल डिडेल एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवदीप सैनी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। चिकित्सा राज्य मंत्री ने धौरमुई के लिए स्वीकृत पीएचसी के लिए भूमि का अवलोकन करते हुए आवंटन के सम्बंध में अधिकारियों से चर्चा की। इस बैठक में जिला कलक्टर नथमल डिडेल, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर डॉ. राजेश गोयल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. मूलसिंह राणा, राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य ब्रिगेडियर केके शर्मा, एसडीएम संजय गोयल, विकास अधिकारी सेवर देवेन्द्र सिंह, डॉ. अश्विनी कुमार, डॉ. जिज्ञासा, डॉ. शालिनी, सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवदीप सैनी आदि उपस्थित थे।
विधायक कोटे से की जाएगी तीन डायलिसिस मशीनों की खरीद

डॉ. गर्ग ने आरबीएम चिकित्सालय में तीन नई डायलेसिस मशीन विधायक कोटे से क्रय करने के निर्देश दिए। इनमें से एक डायलिसिस मशीन कोरोना पॉजिटिव एक मशीन हैपेटाइटिस सी एवं बी रोगियों के उपचार के लिए आरक्षित रखी जाएगी। इस संबंध में कोई कोताही नहीं बरतें साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से स्वीकृत 2.25 करोड़ एवं डीएमएफटी से स्वीकृत राशि के शीघ्र उपयोग करने के संबंध में क्रय की जाने वाले प्रस्तावों को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला कलक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि वे एक-एक मोक्ष वाहन का क्रय कर लावारिस एवं संक्रमित व्यक्तियों के शवों को पहुंचाने के कार्य में उपयोग लें। उन्होंने कनोडिय़ा कॉलेज, जयपुर की ओर से 11 लाख रुपए की स्वीकृत सहायता राशि का उपयोग आरओ प्लांट एवं डायलेसिस वार्डों के सुदृढीकरण में उपयोग करने के निर्देश दिए।

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