scriptढाई वर्ष बाद मूल गर्भगृह में बिराजे बिहारी, दर्शनों को उमड़े भक्त | Bihari sitting in the original sanctum sanctorum | Patrika News
भरतपुर

ढाई वर्ष बाद मूल गर्भगृह में बिराजे बिहारी, दर्शनों को उमड़े भक्त

हवन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के गूंजा मंदिर परिसर, सजाई फूल बंगला झांकी

भरतपुरNov 28, 2022 / 07:32 pm

Gyan Prakash Sharma

ढाई वर्ष बाद मूल गर्भगृह में बिराजे बिहारी, दर्शनों को उमड़े भक्त

ढाई वर्ष बाद मूल गर्भगृह में बिराजे बिहारी, दर्शनों को उमड़े भक्त

भरतपुर. करीब ढाई वर्ष बाद आराध्य देव बांके बिहारी एवं राधा सोमवार को विधि विधान से मूल गर्भगृह में बिराजे, जिनके दर्शनों को बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं हवन सहित वैदिक मंत्रों के चलते मंदिर परिसर भगवान के जयकारों से गूंजता रहा। साथ ही फूल बंगला झांकी सजाई गई।
देवस्थान विभाग की ओर से प्रबंधित राजकीय आत्मनिर्भर श्रेणी मंदिर श्री बिहारी जी के मूल गर्भ गृह में बिहारी एवं राधा की मूर्ति की प्रतिष्ठा सोमवार को किला स्थित श्री बिहारी जी मंदिर में वैदिक रीति-रिवाज, विधि-विधान एवं अनुष्ठान से गई गई। प्रतिष्ठा महोत्सव के कार्यक्रम की शुरूआत सुबह मंगला आरती से हुई।
इसके बाद हरे कृष्ण मिशन की भजन मंडली की ओर से बिहारी मंदिर परिक्रमा मार्ग में प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें जिला कलक्टर आलोक रंजन भी शामिल हुए और लड्डू गोपाल को लेकर परिक्रमा की। मंगला आरती में कलक्टर के साथ-साथ देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त केके खण्डेलवाल, एडवोकेट राजेश मित्तल सहित बडी संख्या में भक्त मौजूद रहे। जितेन्द्र भारद्वाज, सोनू पण्डित, संजीव पण्डित, गजेन्द्र पण्डित एवं अन्य की टीम की ओर से धार्मिक अनुष्ठान, हवन में वैदिक रीति-रिवाज एवं मंत्रोच्चार के साथ 1008 आहुतियां दीं गई। इसके पश्चात नवनिर्मित मूल गर्भगृह में बिहारी जी की प्रतिमा की प्रतिष्ठा की गई तथा शाम को मूल गर्भ गृह में भगवान के दर्शन आमजन के लिए खोले गए और प्रसाद वितरण किया गया।
डीग के अशोक शर्मा के लोक कला मंच के कलाकारों की ओर से ब्रज क्षेत्र की कृष्ण लीला आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन कमलराम मीणा, देवस्थान विभाग के उपायुक्त सुनील मत्तड़, एडवोकेट राजेश मित्तल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि मंदिर के मूल गर्भ गृह में नवनिर्माण के कारण ये मूर्तिया करीब ढाई वर्ष वर्ष पूर्व 1 जून 2020 को अस्थायी गर्भ गृह बनाकर अस्थायी तौर पर प्रतिष्ठित की गई थी। अब मूल गर्भ गृह का नवनिर्माण पूर्ण होने पर उन मूर्तियों को पुन: मूल गर्भ गृह में प्रतिष्ठित किया गया है।

Hindi News / Bharatpur / ढाई वर्ष बाद मूल गर्भगृह में बिराजे बिहारी, दर्शनों को उमड़े भक्त

ट्रेंडिंग वीडियो