अपने ससुराल कठूमर क्षेत्र के गांव समूची में अपने घर पर रहती है तो बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करना, खाने बनाने से लेकर अन्य कार्यों के लिए सांस का हाथ बंटाती है। इन दिनों बाजरे की फसल के बाद चारे को घर ले जाने के लिए अपनी सास के साथ पोटली बनाती नजर आ रही है।
बाद में घरेलू कार्यों से निवृत्त होकर अपने पीएसओ पति कप्तान सिंह के साथ खेरली स्थित अपने कार्यालय पहुंचकर जनसुनवाई व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करती हैं। आगे के निर्धारित कार्यक्रमों के लिए निकल जाती हैं।