वहीं, जर्जर भवन में संचालित थाने में थानेदार भी महिला नहीं है। अध्यक्ष रेहाना ने कहा कि वो इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगी। दौरे पर आई अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती के साथ सदस्य सुमित्रा, सुमन यादव और अंजना मेघवाल निरीक्षण के समय उनके साथ मौजूद रहीं। अध्यक्ष रेहाना ने कहा कि थाने का निरीक्षण कर मैं अचंभित हूं।
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महिला थाना में महिला कर्मचारियों की संया भी अधिक होनी चाहिए। ताकि महिला परिवादी सहज होकर अपनी शिकायत बता सकें। आज राजस्थान के सबसे बुरे महिला थाने से परिचय हुआ। हम इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे। रेहाना ने आयोग के अन्य सदस्यों के साथ बुधवार को भरतपुर के सर्किट हाउस में महिलाओं की समस्याएं सुनी। अध्यक्ष रेहाना ने बताया कि सुनवाई अधिकतर महिला उत्पीड़न, गृह क्लेश, मारपीट, बलात्कार और छेड़छाड़ जैसी शिकायतें आईं। उन्होंने बताया कि आयोग में सबसे ज्यादा शिकायतें भरतपुर और अलवर की महिलाओं की पहुंचती हैं।