जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे रूपवास निवासी ननद-भाभी, सरोज (19) पुत्री नत्थन, ललिता (21) पत्नी अजय सुखदेवी (42) पत्नी नत्थन व नौ माह का बालक चारों ट्रॉमा सेंटर के बाहर सो रहे थे। तभी किसी हार्ट अटैक के मरीज को लेकर एक गाड़ी यहां पहुंची। बैक करते समय पहिया यहां सो रही सरोज व ललिता के ऊपर चढ़ गया। इससे ललिता का हाथ फ्रेक्चर हो गया व सरोज की पीठ में चोट आ गई। गाड़ी चढ़ते ही वहां सो रहे मरीज के परिजनों में चीख-पुकार मच गई। परिजनों ने तुरंत घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों का एक्स-रे कराया तो ललिता के हाथ में फ्रेक्चर निकला। गनीमत रही कि नौ माह का बच्चा बाल-बाल बच गया।
पति का उपचार कराने आई थी, खुद घायल हो गई
जानकारी के अनुसार ललिता का पति अजय अस्पताल में ही भर्ती था। उसके उपचार के लिए ही ये लोग यहां आए हुए थे लेकिन पति का उपचार कराने आई खुद ललिता पर ही गुरुवार सुबह गाड़ी चढ़ गई, जिससे वो घायल हो गई।