भरतपुर में वाहन रजिस्ट्रेशन के आंकड़े 8 जनवरी 2015 से 7 जनवरी 2025 तक जिले में 14 हजार 528 परिवहन वाहन रजिस्टर्ड हुए। वहीं जनवरी 2010 से जनवरी 2025 तक 3 लाख 45 हजार 450 गैर-परिवहन वाहन पंजीकृत हुए हैं। एनसीआर क्षेत्र में शामिल होने के बाद यहां बड़ी संख्या में वाहन डि-रजिस्टर्ड भी हुए हैं।
कैसे होते हैं वाहन अनफिट वाहनों को अनफिट घोषित करने के कई कारण हो सकते हैं, जो उनकी तकनीकी और संरचनात्मक स्थिति से जुड़े होते हैं। बता दें, परिवहन वाहनों के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट आवश्यक होता है। यह प्रमाण पत्र वाहन की ब्रेक, स्टीयरिंग, सस्पेंशन, इंजन और अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों की जांच के बाद जारी किया जाता है। यदि वाहन इन मानकों पर खरा नहीं उतरताए है तो उसे अनफिट घोषित कर दिया जाता है। वहीं 15 से 20 साल पुराने वाहन, जिनकी संरचना कमजोर हो चुकी होती है, अनफिट हो जाते हैं। इसके अलावा अत्यधिक धुआं छोडऩे वाले वाहन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के कारण अनफिट की श्रेणी में आ जाते हैं तथा जिन वाहनों की मरम्मत पूरी तरह से नहीं हो पाती, उन्हें भी अनफिट माना जाता है।
अनफिट वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है फिटनेस जांच को सख्त किया गया है, अनफिट वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने और इन्हें जब्त करने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। साथ ही वाहन मालिकों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि वे समय पर अपने वाहनों का रख-रखाव कर सकें।
मथुरा प्रसाद मीना, आरटीओ
मथुरा प्रसाद मीना, आरटीओ