निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद की ओर से विजय मिश्रा पर कार्रवाई और उसके बाद बाहुबली विधायक की ओर से संजय निषाद को ही पार्टी से निकालने की धमकी के बाद भदोही के पूर्व सपा विधायक भी मैदान में कूद गए। उन्होंने भदोही स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सपा के पुरोधा मुलायम सिंह यादव और मुखिया अखिलेश यादव ने एक मल्लाह के बेटे को देश की सबसे बड़ी पार्लियामेंट में भेज दिया, जो वह पचा नहीं पा रहे। दावा किया कि सपा हमेशा से ही दबे कुचलों के उत्थान के लिये काम करती है और आगे भी किया जाता रहेगा।
कहा कि आज जो विधायक जी सपा मुखिया के बारे में उल्टा-सीधा बोल रहे हैं, एक समय था कि वह उनका गुणगान किया करते थे। चुनाव में टिकट क्या कट गया उन्होंने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। जनता से ऐसे लोगों से सावधान रहने का अह्वान किया। दावा किया कि एक बार फिर प्रदेश की जनता सपा के साथ तेजी से जुड रही है। कहा कि जिस तरह का अहंकार दिखाया जा रहा है यह उनके अंत की निशानी है। आने वाले लोकसभा चुना में जनता उनको करारा जवाब देगी।