उन्होंने कहा कि मृतक के दो बेटियों और एक बेटे को शिक्षा दिलाने की जिम्मेदारी उनकी है और वो मृतक के परिवार हरसम्भव मदद करेंगे। उन्होंने मृतक की दोनो बेटियों की शादी के जिम्मेदारी लेने की भी बात कही। गौरतलब हो कि गोपीगंज कोतवाली के फूलबाग निवासी रामजी मिश्रा (42) भाई से जमीन के बंटवारे के विवाद में न्याय के लिए कोतवाली गया था। जहां उसकी मौत हो गयी थी। मामले में मृतक की बेटी दीपाली मिश्रा का आरोप है कि उसके पिता को पुलिसकर्मियों ने पिटाई करते हुए हवालात में बंद कर दिया था जिससे उनकी मौत हो गयी। वहीं इस मामले में पिटाई से इनकार करते हुए पुलिस ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया।
परिजनों के आरोपो के बाद पुलिस सवालों के घेरे में आ गयी। मृतक के घर नेताओं का जमावड़ा लगने लगा। हर कोई मृतक को न्याय दिलाने के पक्ष में खड़ा दिखाई दे रहा जिससे पुलिस की किरकिरी होने लगी। शनिवार को मृतक के घर पहूंचे भाजपा विधायक रविन्द्र नाथ त्रिपाठी से कड़े तेवर दिखाने के कुछ देर बाद ही गोपीगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर सुनील वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया। लेकिन अभी भी इस मामले को लेकर लोगों का गुस्सा बरकरार है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के मृतक के घर पहुंचने का सिलसिला जारी है।
By Mahesh Jaiswal
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