लाइसेंस चेक करने के नाम पर करते थे वसूली एसपी भदोही डॉ अनिल कुमार ने बताया कि शनिवार को कुछ मेडिकल स्टोर संचालक ऑफिस पहुंचे थे और उन्होंने शिकायत की थी कि दो युवक एक कार जिसपर स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट की नेम प्लेट लगी हुई है से क्षेत्र में घूमकर खुद को ड्रग इंस्पेक्टर बताकर सबका लाइसेंस चेक करते हैं और फर्जी तरीके से अवैध वसूली कर रहे हैं।
सम्बंधित थाने पर दर्ज कराया मुकदमा एसपी के निर्देश ऊंज कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच कमें कई तहत्य सामने आया और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 घंटे के अंदर दोनों जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना गुनाह क़ुबूल कर लिया। उनके पास से पुलिस को पुलिस पी-कैप मय उ0प्र0पु0 का ताज लगा, स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट का फर्जी नेम प्लेट बीच में उत्तर प्रदेश सरकार का राजकीय चिन्ह लगा, पुलिस का फर्जी नेम प्लेट व सीएमओ प्रयागराज सहित अन्य चिकित्सालयों के फर्जी 05 रबर मुहर, वसूली के ₹2100/- नगद तथा फ्रॉड की घटना में प्रयुक्त चार पहिया एक्सयूवी वाहन बरामद कर लिया।
पकड़े गए शातिरों के आपराधिक इतिहास की हो रही तफ्तीश एसपी ने बताया कि की पकड़े गए शातिर ज्ञान सिंह मौर्य निवासी सवईया किसनदासपुर थाना मीरगंज जनपद जौनपुर हालपता- निर्मल कुँज शान्तिपुरम थाना फाफामऊ जिला प्रयागराज और संजीव कुमार गुप्ता निवासी चौकी कलां थाना मीरगंज जनपद जौनपुर, हालपता बी-85 चन्दन निवास शान्तिपुरम थाना फाफामऊ जिला प्रयागराज के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।