भदोही. जेल में बंद ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है। उनके धनापुर आवास पर भारी संख्या में धमकी पुलिस फोर्स ने कुर्की की कार्यवाही करते हुए उनके आवास से मिले सामान को जब्त कर लिया। कुर्की का आदेश न्यायालय ने विधायक के कारोबारी बेटे विष्णु मिश्रा के खिलाफ दिया था और उसी आदेश पर पुलिस ने यह कार्यवाही की।
गौरतलब हो कि विधायक विजय मिश्रा पर उनके ही रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने अपना मकान और अन्य संपत्ति कब्जा करने का आरोप लगाते हुए गोपीगंज थाने में मामला दर्ज कराया था, और इसी मामले में विधायक की पत्नी मिर्जापुर एमएलसी राम लली मिश्रा और उनके कारोबारी बेटे विष्णु मिश्रा भी आरोपी बनाए गए हैं। इस मामले में मुकदमा दर्ज होते ही सक्रिय हुई पुलिस ने जहां विधायक विजय मिश्रा को मध्यप्रदेश के मालवा से गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था, वही उनकी पत्नी एमएलसी राम लली मिश्रा जमानत पर हैं और बेटा लगातार पिछले 6 महीनों से फरार चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने फरार चल रहे विष्णु मिश्रा की गिरफ्तारी का प्रयास किया लेकिन गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण ना होने की संभावना को देखते हुए मामले के विवेचक ने न्यायालय में धारा 82 की कार्यवाही की अर्जी लगाई, जिस पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने विष्णु मिश्रा के खिलाफ कुर्की का आदेश सुनाया था।
इसी आदेश के तहत मंगलवार की दोपहर ज्ञानपुर क्षेत्राधिकारी भूषण वर्मा के नेतृत्व में गोपीगंज कोतवाली पुलिस के साथ आसपास के कई थानों की फोर्स विधायक के धनापुर आवाज पर धमक पड़ी और कमरे का ताला खुलवा ते हुए उसमें रखे सामान को करते हुए कुर्की की कार्यवाही की गई। इस मामले में पुलिस द्वारा बताया गया है कि कुर्की के दौरान जब्त किए गए सामान की सूची बनाई जा रही है जिसकी जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी। वहीं इस मामले में विधायक विजय मिश्रा की बेटी रीमा मिश्रा ने कहा था कि देश में विष्णु मिश्रा के नाम कोई भी संपत्ति नहीं है। अब देखने वाली बात होगी कि कुर्की के इस कार्यवाही के बाद विधायक के परिवार का क्या कहना है।
आपको बता दें कि विधायक विजय मिश्रा ज्ञानपुर विधानसभा सीट से लगातार चौथी बार विधायक हैं। तीन बार समाजवादी पार्टी में रहते हुए वह विधायक बने तो चौथी बार 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा टिकट काटे जाने के बाद समाजवादी पार्टी से बगावत करते हुए विजय मिश्रा ने नेता निषाद पार्टी से चुनाव लड़ कर जीत दर्ज किया था। लेकिन पिछले कुछ महीनों से विधायक विजय मिश्रा बर योगी सरकार की निगाहें टेढ़ी है और इनके खिलाफ आने वाली शिकायतों का शासन और प्रशासन बहुत गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कार्यवाही कर रहा है।
आपको बता दें कि विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ जहां एक लड़की ने बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया है तो वहीं विधायक द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा कीजिए जाने के मामले में भी उनके खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है। इसके साथ ही इनके परिवार के साथ लाइसेंसी असलहे को भी निरस्त कर दिया गया है, जबकि प्रयागराज में विजय मिश्रा के मकान पर बुलडोजर भी चलाया जा चुका है।
By Mahesh Jaiswal