बैतूल। युवा स्वाभिमान योजनांतर्गत नगरपालिका में काम कर रहे युवा अब अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। तीन महीने बाद भी युवाओं को मानदेय का भुगतान नहंी किया गया है। जबकि योजनांतर्गत युवाओं को कार्य कराए जाने के बदले पारिश्रमिक दिया जाना था। मानदेय नहीं मिलने से परेशान युवाओं ने मंगलवार को सीएमओ से मिलकर भुगतान दिलाए जाने की मांग की। युवाओं ने बताया कि शासन की युवा स्वाभिमान स्वरोजगार योजनांतर्गत उनके द्वारा नगरपालिका में प्रतिदिन डाटा एंट्री का कार्य चार घंटे किया जा रहा है इसके अलावा कौशल विभाग में भी सिलाई का कार्य हमसें करवाया जाता ,लेकिन तीन-चार महीने होने के बाद भी हमें मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। मानदेय भुगतान को लेकर अधिकारी भी ठीक से कोई जवाब नहीं देते हैं। पूछने पर पता नहीं कहकर चलता कर दिया जाता है। ऐसे में कार्य को लेकर हमारा मनोबल अब टूटता जा रहा है। भुगतान नहीं होने के कारण हम नगरपालिका में काम करने के लिए आने में असमर्थ है। युवाओं ने काम कराए जाने के बदले में भुगतान किए जाने की मांग की।
७५ प्रतिशत उपस्थिति दर्ज नहीं होने के कारण रूका भुगतान
युवा स्वाभिमान योजनांतर्गत प्रशिक्षण एवं कार्य के दौरान युवाओं की उपस्थित ७५ प्रतिशत से अधिक होना अनिवार्य है तभी उन्हें भुगतान की पात्रता होती है। भुगतान की प्रक्रिया सीधे भोपाल से की जाती है। युवाओं का कहना था कि वे नियमित काम पर आ रहे हैं लेकिन नगरपालिका के मुताबिक अटेंडेंस ऑनलाइन दर्ज होती है। जिनकी अटेंडेंस ७५ प्रतिशत से कम हैं उनके ही भुगतान रोके गए हैं जबकि शेष को भुगतान हो चुका हैं।
Hindi News / Betul / पढ़े, युवा स्वाभिमान योजना में भुगतान नहीं होने से युवा परेशान।