बता दें कि, जलसंसाधन विभाग मुलताई डिविजन के पचधार पारसडोह ताप्ती जलाशय से 29 स्कीम नंबर 5 और 6 के करीब 38 हजार हेक्टेयर इलाके के किसानों को खेती के इस्तेमाल के लिये नहर का पानी शुरू कर दिया गया। टेस्टिंग के दौरान पहले दिन बिसनूर गांव के पास बनी पानी की टंकी से बहता पानी आकर्षण का केंद्र बना। हालांकि, सोमवार को दिन किसानों के लिए खुशी का दिन रहा। पचधार पारसडोह ताप्ती नदी से पानी की शुरुआत हो गई। अब क्षेत्र के अधिकांश गांव के किसानों को भी पानी सप्लाई की व्यवस्था बनाने के लिए तकनीकी अमला काम कर रहा है।
पढ़ें ये खास खबर- दक्षिणी अंडमान और बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात, बारिश के बाद और गिरेगा तापमान
इस योजना के तहत चल रहा काम
585 करोड़ की इस योजना के तहत 6 स्कीमों में 19,750 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी। इसका सीधा लाभ 30 हजार किसानों को होगा। योजना के तहत डैम की नहर से 30 हेक्टेयर तक पानी नहर के जरिए जाएगा। इसके बाद 1300 किलो वाट क्षमता की पांच विद्युत मोटर्स के जरिए पानी किसानों के खेतों तक पाइप के जरिए पहुंचाया जाएगा।ऑपरेशन मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ये पानी एक-एक हेक्टेयर क्षेत्र में बांटा जाएगा, जिसमें किसानों को 6-6 घंटे पानी की आपूर्ति उनकी फसलों के लिए की जाएगी। इस योजना के तहत विभाग ने 600mm से लेकर एचडीपीई पाइप का इस्तेमाल किया है। इसमें किसानों को सीधे बाल वाल्व की मदद से उनके खेतों तक पानी पहुंचाया जाएगा।