मंत्री राव उदय प्रताप एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बैतूल पहुंचे थे। जहां उन्होंने मीडिया से बात की, इस दौरान मीडिया ने जब उनसे अतिथि शिक्षकों की नियमितीकरण की मांग को लेकर सवाल किया तो मंत्री ने कहा- अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर सरकार की वित्तीय स्थिति, सुप्रीम कोर्ट के आदेश और शिक्षकों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर कोई फैसला लिया जाएगा। इसके बाद मीडिया ने अतिथि शिक्षकों को मेहमान कहने वाले बयान पर सवाल किया तो मंत्री राव उदय प्रताप के बोल पूरी तरह से बदले नजर आए और उन्होंने कहा कि- अतिथि शिक्षक हमारे बच्चों की तरह हैं और हम उनके गार्जियन जैसे हैं। परिवार का कोई बच्चा अगर नाराज हो जाए तो बड़ी बात नहीं है। अगर वे दुखी होंगे तो हमें भी दुख होगा।’
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बता दें कि बीते दिनों अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग को लेकर मंत्री राव उदय प्रताप ने बया देते हुए कहा था कि ‘नाम क्या है उनका अतिथि, आप मेहमान बनकर आओगे तो क्या घर पर कब्जा करोगे?’ मंत्री के इस बयान पर जमकर बवाल हुआ था और पूरे प्रदेश के अतिथि शिक्षक सड़कों पर उतर आए थे और भोपाल में भी बड़ा प्रदर्शन किया था।