कोयले की कमी से घटाया लोड
प्रदेश के प्रमुख प्लांटों में से एक सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में कोयले की कमी से 210 मेगावाट की यूनिट बंद करनी पड़ सकती है। प्लांट में कोयले का ग्राउंड स्टॉक महज 18 हजार मीट्रिक टन है। शुक्रवार को एक भी रैक कोयला नहीं मिला। ऐसी स्थिति में सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की 210 मेगावाट की 7-8 नंबर यूनिट में से कोई एक यूनिट बंद हो सकती है। वहीं कोयले की कमी से शुक्रवार को प्लांट की 250-250 मेगावाट की 10 व 11 नंबर इकाई का लोड घटाकर 215-215 मेगावाट कर दिया गया है। शुक्रवार को 1330 मेगावाट क्षमता के सतपुड़ा पॉवर प्लांट से महज 835 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन हुआ। जबकि प्रदेश में सुबह के समय 8 हजार मेगावाट से अधिक और शाम के वक्त 7 800 मेगावाट तक डिमांड रह रही है।
प्रदेश के प्रमुख प्लांटों में से एक सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में कोयले की कमी से 210 मेगावाट की यूनिट बंद करनी पड़ सकती है। प्लांट में कोयले का ग्राउंड स्टॉक महज 18 हजार मीट्रिक टन है। शुक्रवार को एक भी रैक कोयला नहीं मिला। ऐसी स्थिति में सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की 210 मेगावाट की 7-8 नंबर यूनिट में से कोई एक यूनिट बंद हो सकती है। वहीं कोयले की कमी से शुक्रवार को प्लांट की 250-250 मेगावाट की 10 व 11 नंबर इकाई का लोड घटाकर 215-215 मेगावाट कर दिया गया है। शुक्रवार को 1330 मेगावाट क्षमता के सतपुड़ा पॉवर प्लांट से महज 835 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन हुआ। जबकि प्रदेश में सुबह के समय 8 हजार मेगावाट से अधिक और शाम के वक्त 7 800 मेगावाट तक डिमांड रह रही है।
इनका कहना
कोल स्टॉक 20 हजार मीट्रिक टन के आसपास है। वेकोलि से खपत के अनुरूप कोयला नहीं मिल रहा। पहले 6 और अब 7 नंबर इकाई कोयले की कमी से बंद करनी पड़ी है। बाकी इकाइयों का भी लोड घटाया गया है।
वीसी टेलर, पीआरओ, सतपुड़ा सारनी
कोल स्टॉक 20 हजार मीट्रिक टन के आसपास है। वेकोलि से खपत के अनुरूप कोयला नहीं मिल रहा। पहले 6 और अब 7 नंबर इकाई कोयले की कमी से बंद करनी पड़ी है। बाकी इकाइयों का भी लोड घटाया गया है।
वीसी टेलर, पीआरओ, सतपुड़ा सारनी