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Heavy Rain: थम गई ट्रेनों की रफ्तार, नई दिल्ली-चेन्नई रूट पर धंसा रेलवे ट्रैक, टल गया बड़ा हादसा

Rain Havoc in MP: एमपी में बारिश का कहर बरसा रही है। यहां बैतूल जिले में बरबतपुर रेलवे स्टेशन का ट्रैक धंस गया, एक झटका लगते ही लोको पायलट ने रोक दी ट्रेन, जरा सी देर से हो सकता था हादसा, 10 साल पहले भी हवा में झूला था यही रेलवे ट्रैक…

बेतुलJul 23, 2024 / 11:41 am

Sanjana Kumar

Heavy Rain: चेन्नई- दिल्ली रेल मार्ग के घोड़ाडोंगरी-इटारसी सेक्शन में बरबतपुर रेलवे स्टेशन माचना नदी पुल के पास अप रेलवे ट्रैक रविवार शाम के बाद धंस गया। इसके कारण कई ट्रेनों को रोका गया और रेलवे ट्रैक का सुधार किया गया। वही घोड़ाडोंगरी स्टेशन से मानसून स्पेशल ट्रेन को मौके पर भेजा। ट्रैक सुधार के बाद ट्रेनों को 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से निकाला जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी से इटारसी की ओर जाने वाले अप ट्रैक के खंबा नंबर 802/29 के पास बारिश का पानी भरने से ट्रैक धंस गया है। घटना की जानकारी तब लगी जब हिमसागर एक्सप्रेस यहां से गुजरी और उसके लोको पायलट को झटका लगा। पायलट ने रेल अधिकारियों को सूचना दी।
अधिकारियों सहित रेलवे कर्मचारी मौके पर सुधार कार्य में जुटे। घटना की सूचना पर घोड़ाडोंगरी से मानसून स्पेशल ट्रेन बरबतपुर पहुंची। ट्रैक पर पत्थर भरकर सुधार कार्य किया जा रहा है। वहीं बैतूल, आमला और घोड़ाडोंगरी के रेलकर्मी भी मौके पर पहुंचकर सुधार कार्य में जुटे हैं।
बताया जा रहा है कि शनिवार 20 जुलाई की रात इलाके में तेज बारिश हुई थी और बारिश का पानी अप-डाउन ट्रैक के बीच बनी नाली से बहता हुआ अप ट्रैक तक पंहुचा, जिसकी वजह से ट्रैक के पास के पत्थर बह गए थे और ट्रैक धंस गया था। रेलवे ट्रैक का सुधार कार्य रात तक जारी रहा।

दस साल पहले वर्ष 2013 में भी हवा में झूल रहा था ट्रैक

दस साल पहले वर्ष 2013 में भी इसी जगह का एक ट्रैक पूरी तरह माचना नदी में बह गया था और पूरा ट्रैक हवा में लटक गया था।

कर्मचारियों ने युद्ध स्तर पर किया काम

रेल अधिकारियों ने जेसीबी मशीन और कर्मचारियों की मदद से युद्ध स्तर पर सुधार कार्य चालू किया। सोमवार को भी यहां रेल कर्मचारियों ने काम किया। जहां ट्रैक के नीचे से मिट्टी और पत्थर बह गए थे, इसे दोबारा भर दिया है। रेलवे के अधिकारियों द्वारा दिन भर मामले को दबाने का प्रयास किया गया। रेलवे के अधिकारियों द्वारा मामले में कोई जानकारी नहीं दी जा रही हैं।

ट्रेनों की रफ्तार को कम करके चलाया

बरबतपुर पर रेलवे ट्रैक धंसने की वजह से ट्रैनों की रफ्तार को कम कर दिया है। ट्रैक के सुधार कार्य के बाद अभी 30 किमी प्रति घंटा के हिसाब से ट्रेन चलाई जा रही है। इसके पहले दस और बीस की स्पीड से ट्रैन को चलाया गया था। ट्रैक पर कार्य के चलते रविवार को कुछ ट्रेनें देरी से भी चली। ट्रेनों को अन्य स्टेशनों पर रोक दिया गया था। जिस कारण यातायात प्रभावित रहा।

सुधार कार्य कर दिया गया है

रेलवे पीआरओ अनिल कुमार ने बताया वॉटल लॉगिंग हो गई थी। इस वजह से ट्रैक के नीचे से मिट्टी धंस गई थी। हालांकि इससे कुछ अधिक प्रभावित नहीं हुआ है। सुधार कार्य कर दिया है।

उधर आंवला में सबसे ज्यादा 5 इंच बारिश, उफान पर माचना नदी

मानसून ने जिले में धीरे-धीरे रफ्तार पकडऩा शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों से हल्की बारिश का दौर रूक-रूककर जारी है। बीते चौबीस घंटों के दौरान सर्वाधिक बारिश आमला में 121 मिमी यानि 5 इंच दर्ज की गई। आमला में तेज बारिश होने से माचना नदी में भी ऊफान आ गया। बैतूल में माचना नदी डैम के ऊपर से बहती नजर आई।
आमला के अलावा शाहपुर और भैंसदेही भर में एक-एक इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। जबकि अन्य ब्लॉकों में बारिश का 9 से 19 मिमी तक बारिश दर्ज की गई।

बैतूल में दिन भर होती रही हल्की बारिश

बैतूल में रविवार रात से सोमवार सुबह 8 बजे तक जहां 10.4 मिमी के आसपास बारिश दर्ज की गई। वहीं दिन भर आसमान में काले बादलों का डेरा जमा रहा। रूक- रूककर हल्की बारिश का दौर जारी रहा। हालांकि दोपहर बाद में मौसम सामान्य होने से बारिश थम गई थी लेकिन बादल आसमान में छाए हुए थे।

ये रहा तापमान

मौसम में बदलाव की वजह से दिन में अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री रहा।

पिछले साल से पीछे है बारिश का आंकड़ा (Betul Rainfall Data July 2024)

भू-अभिलेख कार्यालय के मुताबिक रविवार 21 जुलाई की शाम से लेकर सोमवार 22 जुलाई की सुबह 8 बजे तक बैतूल में 10.4, घोड़ाडोंगरी 15.0, चिचोली 9.4, शाहपुर 30.0, मुलताई 18.0, प्रभातपट्टन 14.2, आमला 121.0, भैंसदेही 30.0, आठनेर 10.0 और भीमपुर में 19.0 मिमी बारिश दर्ज की है। अब बारिश का आंकड़ा बढकऱ 368.9 मिमी पर पहुंच गया है।
पिछले वर्ष जुलाई माह में इस समय 455.7 मिमी बारिश हो चुकी थी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बारिश कम हुई है। औसत बारिश का कोटा पूरा होने के लिए जिले में 1083.9 मिमी बारिश होना चाहिए।
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