जड़ी-बूटियों के लिए फेमस है कान्हावाड़ी गांव
बैतूल जिले का कान्हावाड़ी गांव जड़ी-बूटियों के लिए देशभर में फेमस है और देशभर से यहां पर लोग जड़ी-बूटियां लेने के लिए आते हैं। हर मंगलवार और रविवार को गांव में देशभर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। गांव में आने वाले लोगों को सुविधाएं न होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था और इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए और गांव का विकास करने के लिए सांसद दुर्गादास उइके ने इस ग्राम का चयन आदर्श ग्राम के रूप में किया था। जिसके बाद उन्होंने कार्ययोजना बनाकर भारती भारती के सचिव एवं पर्यावरण प्रेमी मोहन नागर को सहभागी बनाकर गांव के विकास की कार्ययोजना पर कार्य शुरु कराया। कार्ययोजना का परिणाम अब दिखने लगा है और गांव में निर्माणधीन वाटिका का निर्माण लगभग पूर्ण हो गया है।
बैतूल जिले का कान्हावाड़ी गांव जड़ी-बूटियों के लिए देशभर में फेमस है और देशभर से यहां पर लोग जड़ी-बूटियां लेने के लिए आते हैं। हर मंगलवार और रविवार को गांव में देशभर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। गांव में आने वाले लोगों को सुविधाएं न होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था और इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए और गांव का विकास करने के लिए सांसद दुर्गादास उइके ने इस ग्राम का चयन आदर्श ग्राम के रूप में किया था। जिसके बाद उन्होंने कार्ययोजना बनाकर भारती भारती के सचिव एवं पर्यावरण प्रेमी मोहन नागर को सहभागी बनाकर गांव के विकास की कार्ययोजना पर कार्य शुरु कराया। कार्ययोजना का परिणाम अब दिखने लगा है और गांव में निर्माणधीन वाटिका का निर्माण लगभग पूर्ण हो गया है।
पूरे प्रदेश में हो रही वाटिका की चर्चा
इस वाटिका के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले जनपद पंचायत के सीइओ दानिश खान से पत्रिका से बात करते हुए बताया कि जल्द ही अब इस वाटिका में बच्चों के लिए झूले एवं युवाओं के लिए ओपन जिम बनाने की भी योजना है। वाटिका के निर्माण के बाद इसकी चर्चा पूरे मध्यप्रदेश में हो रही है, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने खुद इसकी प्रशंसा की है और इस वाटिका को मॉडल के तौर पर लेकर पूरे मध्यप्रदेश के जिलों को निर्देशित कर हर जनपद में ऐसी वाटिका के निर्माण करने के आदेश दिए हैं। इस वाटिका में खास बात ये है कि इसका निर्माण तीन चक्रों में किया गया है और सभी चक्रों में ग्रह, नक्षत्र, राशि के अनुसार पौधे लगाए गए हैं। एक्यूप्रेशर टाइल्स भी वाटिका में लगाए गए हैं।
इस वाटिका के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले जनपद पंचायत के सीइओ दानिश खान से पत्रिका से बात करते हुए बताया कि जल्द ही अब इस वाटिका में बच्चों के लिए झूले एवं युवाओं के लिए ओपन जिम बनाने की भी योजना है। वाटिका के निर्माण के बाद इसकी चर्चा पूरे मध्यप्रदेश में हो रही है, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने खुद इसकी प्रशंसा की है और इस वाटिका को मॉडल के तौर पर लेकर पूरे मध्यप्रदेश के जिलों को निर्देशित कर हर जनपद में ऐसी वाटिका के निर्माण करने के आदेश दिए हैं। इस वाटिका में खास बात ये है कि इसका निर्माण तीन चक्रों में किया गया है और सभी चक्रों में ग्रह, नक्षत्र, राशि के अनुसार पौधे लगाए गए हैं। एक्यूप्रेशर टाइल्स भी वाटिका में लगाए गए हैं।