बैतूल। नौतपे में अधिकतम तापमान ४४.२ डिग्री तक पहुंचा था लेकिन नौतपा खत्म होने के दूसरे ही दिन तापमान में उछाल आने से यह ४४.५ डिग्री पर जा पहुंचा। वहीं न्यूनतम तापमान २५.७ डिग्री दर्ज किया गया। नौतपे से ज्यादा भीषण गर्मी का सामना सोमवार को लोगों को करना पड़ा। सुबह से ही गर्मी के कारण लोग खासे परेशान थे लेकिन शाम चार बजे अचानक ही मौसम ने अपना रूख बदला और आसमान में काले बादल घिर आए। तेज हवाओं के साथ कुछ जगहों पर जोरदार बारिश हुई तो कहीं हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम साफ हो गया। हालांकि इस बारिश से लोगों को गर्मी कोई बड़ी राहत नहीं मिली है लेकिन मानसून के जल्द बैतूल आने की उम्मीद जरूर बंध गई है। अभी तक को मौसम साफ होने की वजह से मानसून के आने का अंदाजा लगाना ही मुश्किल हो रहा था। कृषि विज्ञान केंद्र बैतूलबाजार के वैज्ञानिक डॉ व्हीके वर्मा ने बताया कि चार से आठ जून तक मौसम इसी तरह का रहने वाला है। हल्की बूंदाबांदी के साथ कुछ क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। इसे प्री मानसून कहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस बार मानसून चार दिन लेट बैतूल पहुंचेगा। १५ से १६ जून के बीच मानसून के आने की संभावना जताई जा रही है। इधर शहर में शाम को अचानक मौसम के बदलने से लोगों के चेहरे भी खिल उठे हैं क्योंकि अब उन्हें ज्यादा दिनों तक भीषण गर्मी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
रानीपुर में तेज आंधी-तूफान से घरों की छत उड़ी
रानीपुर। अनकावाड़ी में सोमवार शाम को आए तेज आंधी-तूफान से मवेशियों के कोठे में लगी सीमेंट शीट की छतें उड़ गई। बताया गया कि अनकावाड़ी निवासी सोजीलाल यादव द्वारा मवेशियों के लिए बड़ा कोठा बनाया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में मवेशियों को रखा जाता है। कोठे की छत पर टीन शेड और सीमेंट शीट लगाई गई है। दोपहर में आए आंधी-तूफान की वजह से सीमेंट शीट की छत को भारी नुकसान पहुंचा है। सीट जगह-जगह से टूटफूट गई है। वहीं टीन की सीटें उड़कर खेतों में जा गिरी है। जिससे काफी नुकसान पहुंचा है।
Hindi News / Betul / ४४ डिग्री से ऊपर पहुंचा पारा, शाम को हुई हल्की बूंदाबांदी