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रविवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में हुए लैंड स्लाइड में जिन 9 लोगों की मौत हुई थी उनमें पाथाखेड़ा की प्रतीक्षा भी शामिल थी। प्रतीक्षा के पिता सुनील बताते हैं कि सांगला-छितकुल रोड पर बटसेरी के पास जिस वक्त चट्टानें गिरीं तब वहां से गुजर रही टैंपो ट्रैवलर में प्रतीक्षा भी सवार थी। दोपहर करीब 1.30 बजे प्रतीक्षा ने अपनी मां को वीडिया काल किया और किन्नोर का नजारा दिखाने लगी लेकिन दुर्घटना होने से अचानक फोन कट गया था।
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हादसे की सूचना सुन सभी सन्न रह गए। प्रतीक्षा के परिजन तुरंत दिल्ली रवाना हो गए जहां प्रतीक्षा का शव भेजा जाना था। मंगलवार को सुबह प्रतीक्षा का शव विमान से दिल्ली पहुंचा। शव लेकर परिजन सुबह करीब 10 बजे नागपुर के लिए रवाना हो गए जहां प्रतीक्षा का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पिता के मुताबिक प्रतीक्षा को प्रकृति से बहुत लगाव था और अंतत: वह प्रकृति की गोद में ही सो गई।
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27 साल की प्रतीक्षा IIT पासआउट थी। उसने IIT खड़गपुर से बी-टेक, एम-टेक किया और इसके बाद मुंबई व पुणे में जॉब किया। वह स्पेन जानेवाली थी लेकिन कोरोना के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका। जब उसने घूमने के लिए हिमाचल जाने की बात कही तो मां ने अभी वहां जाने से मना कर दिया था। इसके बाद भी प्रतीक्षा ने किसी तरह अपनी मां को मना लिया और हिमाचल चली गई थी। प्रकृति प्रेमी प्रतीक्षा की अब यादें ही शेष रह गई हैं।