सारणी। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी की 250 मेगावाट की 11 नंबर इकाई के जनरेटर ट्रांसफार्मर में आग लग जाने के कारण इकाई को बंद करना पड़ा है। प्राथमिक जांच में बूशिंग पाइंट में फ्लाट होने के कारण आग लगना बताया जा रहा है। घटना रात 12.30 से लेकर 1.10 बजे के बीच की है। आग बुझाने में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की तीन दमकल, नगरपालिका परिषद सारनी की दो और बैतूल की एक दमकल के अलावा डब्ल्यूसीएल की पूरी रेस्क्यु टीम की मदद से पांच घंटे की मशक्कत के बाद लगी आग पर काबू पाया गया। दोपहर दो बजे तक पावर जनरेटिंग कंपनी के एमडी बिजेन्द्र नानावटी सहित अन्य अधिकारियों के सारनी पहुंचने की संभावना बनी हुई है। जनरेटर ट्रांसफार्मर में आग लग जाने से पावर जनरेटिंग कंपनी को 20 से 25 करोड़ का नुकसान होना बताया जा रहा है। घटना स्थल पर सारनी के अधिकारी पहुंचकर हुए नुकसान का जायजा लगाने में जुटे हुए है। 250 मेगावाट की 11 नंबर इकाई के जनरेटर ट्रांसफार्मर में आग लगने के कारण 250 मेगावाट की दस नंबर में जर्क आने के कारण उसे भी बंद कर दिया गया है। दो बड़ी इकाई के बंद हो जाने से तीन सौ मेगावाट की बिजली का उत्पादन हो रहा है। इनका कहना है पावर जनरेटिंग कंपनी के 250 मेगावाट की 11 नंबर इकाई के जनरेटर ट्रांसफार्मर में आग लगने से इकाई बंद की गई है। कितने का नुकसान हुआ है। इसका आकलन किया जा रहा है। जबलपुर मुख्यालय से अधिकारियों के सारनी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। नुकसान करोड़ों में है। आंकड़ा अभी बता पाना मुश्किल है। एसके मालवीय, प्रवक्ता पावर जनरेटिंग कंपनी सारनी पूर्व में लग चुकी है आग 29 मई 2009 में दो सौ मेगावाट की छह नंबर इकाई के जनरेटर ट्रांसफार्मर में लग चुकी आग नुकसान बीस करोड़ 23 मई 2015 को 210 मेगावाट की नौ नंबर इकाई के जनरेटर ट्रांसफार्मर में लगी थी आग नुकसान 25 करोड़