यह भी पढ़ें: कचना पीएम आवास में 40 परिवारों का रहना हो रहा मुश्किल, निगम और थाने में शिकायत के बाद भी कोई जांच नहीं जानकारी हो कि जिले में लंबे अर्से से पीएम आवास के लिए ग्रामीण आवेदक बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। आवास योजना के तहत आये दिन कई तरह की शिकायत मिल रही है। पूर्व में जनपद पंचायत में कर्मचारियों पर उनके खाते में ऑनलाइन रकम लेने की शिकायत कलेक्टर से की थी।
पुराने प्रकरण में जांच पूरी नहीं हो पाई है कि ग्राम अमलीडीह की 19 महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर गांव के जरूरतमंद परिवार को पीएम आवास का लाभ नहीं मिलने की बात कहते हुए लिखित शिकायत की है।
शिकायत करने वाली महिलाओं ने बताया कि उनके गांव को छोड़कर दीगर गांव के लोगों को इस योजना का लाभ देते हुए किस्त की राशि जारी की जा चुकी है। बावजूद इसके उनके गांव में आवेदक होने के बाद भी वंचित रखा जा रहा है।
मनीबाई, जेठिया बाई, लताबाई व सुकनी समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि उनका गांव अमलीडीह ठेंगाभाट पंचायत के अधीन आता है। उनके गांव के 19 हितग्राहियों का नाम आवास सूची में आया था पर आज 6 साल से उनके खाते में रकम नहीं डाली गई है। यूं कहें तो उनको एक भी किस्त जारी नहीं हुई है।
परेशान होकर जब वे जनपद पंचायत नवागढ़ में जानकारी लेने पहुंची तो 2011 की सर्वे सूची में नाम नहीं होने की बात कहकर लौटा दिया गया। गांव में बीते 10 साल से एक भी ग्रामीण को आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। जानकारी मांगने पर जिम्मेदार दो तरफा बात करते हैं। एक तरफ नाम आने का तो दूसरी तरफ सर्वे सूची में शामिल नहीं होने का जबकि ऑनलाइन उनका नाम मौजूद है।