राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर
वह दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरु कॉलेज में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ही राजनीति शास्त्र में पढ़ाई पूरी कर गोल्ड मेडल हासिल किया। उन्होंने कोटा विश्वविद्यालय से पीएचडी की। वह टीवी चैनलों के चर्चित चेहरा हैं। टीवी पर होने वाली राजनीतिक चर्चाओं में वह संघ का पक्ष बेहतर तरीके से रखने में माहिर हैं। उनके तर्क काफी प्रभावशाली होते हैं और तथ्यों को बखूबी रखते हैं।
कई पुस्तकों के लेखक
उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखीं हैं जिनमें डॉ हेडगेवार की बायोग्राफी महत्वपूर्ण है। वह कई प्रमुख समाचार पत्रों में नियमित कॉलम भी लिखते हैं। इसके अलावा वह इंडियन पॉलिसी फाउंडेशन के निदेशक हैं। यह गैर लाभ वाली रिसर्च फाउण्डेशन है। वह कौंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च के सदस्य भी हैं।
मानसून सत्र से पूर्व राज्य सभा के लिए नियुक्तियों को लेकर काफी अहम माना जा रहा है। इसका कारण राज्यसभा में सत्ताधारी दल का बहुमत नहीं होना है। सरकार को कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने हैं। 18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होगा। इसमें शुरुआत में ही उपसभापति का चुनाव होना है। उपसभापति चुनाव में सत्ताधारी दल को विपक्ष की एकता का सामना करना है। राष्ट्रपति को राज्यसभा में 12 सदस्यों की नियुक्तियों का अधिकार हैं। वर्तमान में राज्यसभा में ऐसे आठ सदस्य मनोनीत हैं।