भिनाय थानाधिकारी नाहर सिंह मीणा ने बताया कि ग्राम खायडा निवासी पप्पू पुत्र छगना जाट ने रिपोर्ट दी कि गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे उसकी पत्नी बदामी किसान सूर्य देव सिंह चारण के खेत पर कार्य कर रही थी। इसी दौरान बदामी का पुत्र लोकेश जाट (8) खेलते समय पांव फिसलने से खेत के पास बने फार्म पॉन्ड में जा गिरा। बच्चे को बचाने के लिए उसकी मां बदामी देवी भी फार्म पौंड में कूद गई। लेकिन पानी गहरा होने से बच्चे के साथ वह भी डूब गई। मां व भाई को पानी में डूबता देख वहीं मौजूद बदामी की छह वर्षीय पुत्री प्रियंका चीख पड़ी। उसकी चीख पुकार सुन पास के खेत में ही काम कर रहे हेमराज कुम्हार व आसाराम जाट दौड़कर फॉर्म पौंड के पास पहुंचे।
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उन्होंने बदामी को तो पानी से बाहर निकाल लिया, जबकि बालक उन्हें नहीं मिला। बाहर निकाले जाने तक महिला दम तोड़ चुकी थी। सूचना मिलने पर मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से फार्म पौंड में खोजबीन कर बालक के शव को बहर निकाला। पुलिस ने पंचनामा व पोस्टमार्टम कार्रवाई के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए। देर शाम मां बेटे का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
घर का बुझा चिराग
हादसे में काल का ग्रास बना लोकेश (8) तीन बहनों का इकलौता भाई था। मृतका बदाम देवी के तीन पुत्रियां तथा एक पुत्र था। दो पुत्रियों का विवाह हो चुका है तथा एक पुत्री 6 साल की है। इकलौते भाई व मां की मृत्यु से तीनों बहनें रो-रोकर बेहाल हो गई।
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दो माह पूर्व भी परिवार में हुई थी मौत
ग्राम खायड़ा में गुरुवार को फार्म पॉइंट में डूबने से मरी बदाम देवी के जेठ मोहनलाल जाट की भी दो माह पूर्व घर में टीन शैड लगाते समय करंट लगने से मौत हो गई थी। जिसका गम परिवार वाले अभी भूले भी नहीं और दो माह बाद यह दूसरी घटना घटने से परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा।