ताकि मनोबल रहे मजबूत… सरकारी विद्यालयों की व्यवस्थाओं एवं विद्यार्थियों की पोशाक को लेकर ध्यान नहीं दिया जाता है। इसके लिए भामाशाह के सहयोग से टाई, बेल्ट एवं परिचय पत्र की व्यवस्था शुरु की गई। ताकि निजी विद्यालयों को लेकर जो धारणा बन गई है। उससे बाहर निकलकर राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थी भी उसी स्तर के अनुरुप अपने को ढाल सके एवं मनोबल को मजबूत रख सके। बिना टोकन कक्षा से बाहर नहीं आता विद्यार्थीविद्यालय में अध्यापन का माहौल बना रहे। इसके लिए विद्यार्थियों के अनावश्यक रुप से कक्षा से बाहर जाने पर रोक लगाई गई। कक्षा से बाहर आने पर विद्यार्थी कालांश के दौरान संबंधित शिक्षक से टोकन लेकर ही बाहर आए। एक समय में एक ही विद्यार्थी कक्षा से बाहर आने की व्यवस्था शुरु की गई। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए है। विद्यालय के अभिषेक प्रजापति ने 94.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर कला संकाय में ब्लॉक में सर्वाधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों में शामिल रहे।
इनका कहना है… विद्यालय का शैक्षिणक स्तर सुधारने के लिए भामाशाह का सहयोग लिया। इससे भवन व परिसर को सुंदर व स्वच्छ बनाया। अध्यापन का माहौल बनाया। निजी विद्यालयों की तुलना में विद्यार्थी के मन में निराशा नहीं आए इसके लिए पोशाक के साथ ही मनोबल बढ़ाने के लिए कई नवाचार किए।। केरियर गाइड को लेकर विशेषज्ञों की वार्ता का समय-समय पर आयोजन किया जाता है।
-दिनेशकुमार, प्रधानाचार्य, राजकीय सनातन धर्म उच्च माध्यमिक विद्यालय, देलवाड़ा रोड