नए कचरा पात्र मंगवाने की तैयारी की जा रही है। इसमें बडे कंटेनर भी मंगवाए जांएंगे। जहां पर कचरा अधिक होता है। वहां पर यह कंटेनर लगाए जाएंगे। शहर की नियमित सफाई हो। इसको लेकर भी प्रयास किए जा रहे है। संसाधनों की कमी विकास में बाधक नहीं बने। एेसे में संसाधन बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।
ऑटो की संख्या भी बढ़ाने पर विचार
ऑटो की संख्या भी बढ़ाने पर विचार
शहर मंे वार्डो की संख्या बढ़कर साठ हो गई। जबकि डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए १५ ऑटो ही है। इसके चलते एक ऑटो के जिम्मे करीब चार वार्ड आते है। ऑटो की संख्या कम होने से डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले ऑटो कई गलियों तक पहुंच ही नहीं पाते है। एेसे में ऑटो की संख्या बढ़ाने को लेकर भी कवायद तेज कर दी गई है। करीब दस ऑटो की और आवश्यकता है ताकि डोर टू डोर कचरा निस्तारण की व्यवस्था सुचारु हो सके।
कचरा निस्तारण संयंत्र लगाने के लिए स्थान चिन्हित
कचरा निस्तारण संयंत्र लगाने के लिए स्थान चिन्हित
शहर में कचरा निस्तारण संयंत्र व डिस्पोजल यूनिट लगाने के लिए लम्बे समय से प्रयास चल रहे है। अब तक इसकी क्रियान्विति नहीं हो सकी है। डिस्पोजल यूनिट लगाने के लिए नगर परिषद की तकनीकी शाखा ने स्थान चिन्हित किए है। ताकि संयंत्र लगाए जा सके। नगर परिषद प्रशासन ने जन सहयोग से डिस्पोजल यूनिट लगाने के प्रयास किए। इसमें सफलता नहीं मिली। अब परिषद अपने स्तर पर ही यूनिट लगाने पर विचार कर रही है।