यही कारण है कि ब्यावर में सफाई के लिए संसाधन व सुविधा तो बढ़ी लेकिन सफाई का ग्राफ हर साल गिर रहा है। इसके बावजूद नगरपरिषद की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही। इस बात का अन्दाज शहर में विभिन्न जगहों पर लगाए गए कचरा पात्र व फैले कचरे के ढ़ेर को देखकर लगाया जा सकता है।
…………………………… आज आएगी नीति आयोग की टीम, करेगी निरीक्षण
ब्यावर. हॉस्पीटल मैनजेमेन्ट इन्फोरमेशन सिस्टम के वेबपॉर्टल पर अपलोड किए गए डाटा का केन्द्रीय नीति आयोग की टीम भौतिक सत्यापन करेगी। इसके लिए टीम अमृतकौर चिकित्सालय में सोमवार को आएगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। इसके लिए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एम.के.जैन ने चार सदस्यीय कमेटी भी बनाई है। जिसमें उपनियंत्रक डॉ. एम.के.अग्रवाल, हैलथ मैनेजर सिद्धांथ जोशी, नर्सिंग अधीक्षक चन्द्रवीरसिंह अखावत व नेमिश कुमार को शामिल किया गया है। बताया जाता है कि टीम का मुख्य फोकस एक अप्रेल २०१७ से ३१ मार्च २०१८ तक अपलोड किए गए डाटा के भौतिक सत्यापन पर रहेगा।
ब्यावर. हॉस्पीटल मैनजेमेन्ट इन्फोरमेशन सिस्टम के वेबपॉर्टल पर अपलोड किए गए डाटा का केन्द्रीय नीति आयोग की टीम भौतिक सत्यापन करेगी। इसके लिए टीम अमृतकौर चिकित्सालय में सोमवार को आएगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। इसके लिए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एम.के.जैन ने चार सदस्यीय कमेटी भी बनाई है। जिसमें उपनियंत्रक डॉ. एम.के.अग्रवाल, हैलथ मैनेजर सिद्धांथ जोशी, नर्सिंग अधीक्षक चन्द्रवीरसिंह अखावत व नेमिश कुमार को शामिल किया गया है। बताया जाता है कि टीम का मुख्य फोकस एक अप्रेल २०१७ से ३१ मार्च २०१८ तक अपलोड किए गए डाटा के भौतिक सत्यापन पर रहेगा।