जान लें अरंडी के तेल के क्या-क्या फायदे हैं (Know what are the benefits of castor oil)
अरंडी का तेल होंठों को काफी मुलायम रखता है और इस तेल को लगाने से सूखने और फटने की समस्या से बचता है। रोजाना रूप से होंठों में अरंडी का तेल लगाने से होंठों का रंग गुलाबी हो सकता है। कैस्टर ऑइल में पाए जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन और जलन की समस्या को दूर करते हैं।
यह हार्मफुल केमिकल, प्रदूषण, धूप से होंठों को सुरक्षित रखता है। कैस्टर ऑइल में एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन ई के गुण होंठों को काले होने से बचाते हैं। अरंडी का तेल होंठों को एक नई ताजगी और खिला-खिला रखता है।
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होठों के फटने और काले होने का क्या कारण हो सकता है? (What can be the reason for cracked and black lips)
होंठ फटने का सबसे बड़ा कारण पानी की कमी और सूखी हवा हो सकती है। धूप से भी होंठ को नुकसान पहुंचता है और रंग भी काला हो जाता है। पोषण की कमी जैसे विटामिन B और E की कमी से सबसे पहले होंठ प्रभावित होते हैं। केमिकल लिपस्टिक, लिप बाम और अन्य उत्पादों के कारण भी होंठों को नुकसान पहुंचता है।
जानें कैस्टर ऑइल लगाने का सही तरीका (Know the right way to apply castor oil)
काफी आसान है अरंडी का तेल को लिप्स में उपयोग करना। आप इसे सीधे लिप्स पर लगा सकते हैं। ऑइल का एक से दो बूंद लेकर अपने होंठों का मसाज करें करीबन दो मिनट तक और फिर उसे छोड़ दें रात भर । ऐसा रोजाना करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इसे कही जाने से पहले और रात में लगाएं। इसके अलावा, आप बाजार से कैस्टर ऑइल लिप बाम भी खरीद सकते हैं, नहीं तो खुद से भी बना सकते हैं। इसे बनाने के लिए आप एक पैन में शिया बटर डाल लें, इसके बाद दो मिनट के लिए इसे गैस पर हल्के हाथों से चला लें। फिर गैस को बंद कर के इसमें अरंडी का तेल एक-एक बूंद कर के डालें, फिर उसमें शहद और अन्य तेल डालकर एक साफ किए हुए डब्बे में डाल लें। इसे नियमित लगाने से फायदे दिख सकते हैं। इसे भी पढ़ें- Winter Lip Care Tips: सर्दियों में होंठों की खूबसूरती बरकरार रखने के लिए 7 प्रभावी घरेलू नुस्खें डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।