मुंह में छाले, बार-बार गला सूखना व लार कम बनने की समस्या में यह थैरेपी लाभकारी है। इसके अलावा इससे झांइयां व आंखों के नीचे काले घेरे की समस्या दूर होती है और चेहरे की चमक बढ़ती है।
इसके लिए सामान्यत: नारियल के तेल का प्रयोग किया जाता है। सरसों व तिल के तेल को भी प्रयोग में ले सकते हैं। ध्यान रहे कि तिल के तेल का प्रयोग गर्मियों में न करें क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इससे शरीर में गर्मी बढ़ने से कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं।